कोरोना के खिलाफ योगी सरकार की टेक्निक का कायल हुआ WHO, बाकी देशों को भी अपनाने की दी सलाह

“सच है, विपत्ति जब आती है, कायर को ही दहलाती है, सूरमा नही विचलित होते, क्षण एक नहीं धीरज खोते, विघ्नों को गले लगाते हैं, काँटों में राह बनाते हैं”…राष्ट्रकवि रामधारी सिंह दिनकर द्वारा लिखित यह पंक्तियां कोरोना के विरूद्ध युद्ध स्तर पर मोर्चा संभाले उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ (Yogi Adityanath) पर सटीक बैठतीं हैं. योगी ने जिस जज्बे के साथ महामारी के खिलाफ जंग लड़ी उसका विश्व स्वास्थ्य संगठन (WHO)  भी कायल हो गया है. डब्ल्यूएचओ ने यूपी में की गई ‘कॉन्टैक्ट ट्रेसिंग’ को कारगर बताते हुए दूसरे देशों को भी इसे अपनाने की नसीहत दी है. 


कोरोना के खिलाफ योगी सरकार की तकनीक कारगर: WHO

बीते दिनों यूपी के अपर प्रमुख सचिव सूचना नवनीत सहगल ने अपनी प्रेस ब्रीफिंग में इसकी चर्चा की थी. सोमवार को प्रमुख सचिव स्वास्थ्य आलोक कुमार ने भी बताया कि डब्ल्यूएचओ ने उत्तर प्रदेश में 70 हजार मेडिकल टीमें गठित कर डोर टू डोर सर्विलांस मेथड को बेहद कारगर बताया है. उन्होंने बताया कि यूपी में एक कोरोना संक्रमित के संपर्क में आए कम से कम 20 लोगों का कोविड टेस्ट कराया जा रहा है. 


युद्धस्तर पर चला स्क्रीनिंग कैंपेन

संक्रामक रोग विभाग  (Department of Infectious Disease) के संयुक्त निदेशक विकासेन्दु अग्रवाल ने बताया कि जुलाई से लेकर नवंबर तक 8 बार प्रदेश में स्क्रीनिंग कैम्पेन चलाया गया. इसके अंतर्गत हॉटस्पॉट, कंटेनमेंट जोन में रहने वाली आबादी की स्क्रीनिंग की गई. कोरोना वायरस के संक्रमण को बढ़ने से रोकने के लिए व्यापक अवेयरनेस कैम्पेन चले, लोगों को कोरोना से बचाव के उपाय बताए गए. वहीं सरकारी कार्यालयों व निजी संस्थानों में  64,500 से अधिक कोविड-19 हेल्प डेस्क बनाए गए. इन हेल्प डेस्क पर इंफ्रारेड थर्मामीटर और पल्स ऑक्सीमीटर की मदद से लोगों की स्क्रीनिंग की गई.


गृह भी कर चुका योगी सरकार के काम की प्रशंसा

अब हालात ये हैं कि देश की सर्वाधिक आबादी वाले राज्य उत्तर प्रदेश में कोरोना पॉजिटिविटी रेट सिर्फ 1.4 प्रतिशत है. ऐसे में गृह मंत्रालय ने भी यूपी के प्रयासों की प्रशंसा की है. इसके उलट राजधानी दिल्ली और हरियाणा में रोजाना बड़ी संख्या में नए कोरोना मरीज मिल रहे हैं. दिल्ली में स्थिति संभालने के लिए खुद केंद्रीय गृहमंत्री अमित शाह सक्रिय हो गए हैं. वर्तमान में दिल्ली में कोरोना पॉजिटिविटी रेट 13 प्रतिशत और हरियाणा में 14 प्रतिशत है. दिल्ली से सटे यूपी के जिलों में कोरोना पॉजिविटी रेट अन्य जिलों की अपेक्षा काफी ज्यादा है.


सर्वाधिक सैंपल टेस्ट करने वाला राज्य बना UP

गौतमबुद्ध नगर में कोरोना पॉजिविटी रेट छह प्रतिशत, बागपत, गाजियाबाद में पांच प्रतिशत के आसपास है. योगी सरकार ने इसको गंभीरता से लेते हुए पश्चिमी यूपी के जिलों में कोरोना टेस्टिंग बढ़ा है. देश में सर्वाधिक कोरोना टेस्ट करने वाला राज्य उत्तर प्रदेश है. यूपी में अब तक 1.71 करोड़ कोविड सैंपल की टेस्टिंग हुई है, कुल 5.12 लाख लोग कोरोना संक्रमित पाए गए हैं. हालांकि, राज्य में कोरोना रिकवरी रेट 94 प्रतिशत से ज्यादा है, जो अन्य राज्यों से काफी बेहतर है.


कोरोना के खिलाफ योगी की जंग का कायल हुआ RBI

मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने जिस जज्बे के साथ करोना महामारी के खिलाफ जंग लड़ी उसका रिजर्व बैंक इंडिया (RBI) भी कायल हो गया है. कोरोना काल में किए गए कामों को लेकर आरबीआई की 9 कसौटियों में 8 पर यूपी ने टॉप किया है. रिजर्व बैंक ऑफ इंडिया की रिपोर्ट के मुताबिक अस्‍पताल, मेडिकल उपकरण, मास्‍क और वेंटिलेटर की व्‍यवस्‍था करने में यूपी देश में नंबर वन रहा. प्रवासी श्रमिकों और दिहाड़ी मजदूरों की योगी सरकार ने सबसे ज्‍यादा मदद का रिकॉर्ड बनाया है. आरबीआई ने अपनी स्‍टेट फाइनेंस रिपोर्ट में कोरोना काल में देश के सभी राज्‍यों के प्रदर्शन का आकलन किया है. आरबीआई ने अपनी रिपोर्ट में मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के नेतृत्व में यूपी का काम सबसे शानदार पाया है.


Also Read: कोरोना आपदा में बेस्ट CM बन उभरे योगी, RBI की 9 कसौटियों में 8 पर टॉप पे रहा UP


( देश और दुनिया की खबरों के लिए हमें फेसबुक पर ज्वॉइन करें, आप हमें ट्विटर पर भी फॉलो कर सकते हैं. )