शामली जिले में कांधला कस्बे को भी टीकाकरण केंद्र बनाने की बात कहना राष्ट्रीय ब्राह्मण युवजन सभा के राष्ट्रीय अध्यक्ष को भारी पड़ गया। दरअसल, राष्ट्रीय अध्यक्ष आशुतोष मिश्र ने जिले की डीएम जसजीत कौर को एक पत्र लिखकर कांधला को भी टीकाकरण केंद्र बनाने की बात कही थी। उनकी गलती महज इतनी थी कि उन्होंने डीएम साहिबा से धरने की बात कह दी। उन्होंने कहा था कि, दो दिन में वैक्सीनेशन केंद्र बनवा दीजिए वरना हम धरना करेंगे। इस पर डीएम साहिबा भड़क गईं। इस पूरी बातचीत का ऑडियो सोशल मीडिया पर जमकर वायरल हो रहा है।
WhatsApp पर भेजा था पत्र
बता दें कि राष्ट्रीय ब्राह्मण युवजन सभा के राष्ट्रीय अध्यक्ष भृगुवंशी आशुतोष पांडेय ने डीएम को एक पत्र व्हाट्सएप पर भेजा था। उनका कहना था कि कांधला सीएचसी में 18 से 44 साल आयु के लोगों के टीकाकरण के लिए सेंटर नहीं बनाया गया है, जबकि जसाला सीएचसी में सेंटर बना दिया गया है। जिस पर डीएम ने नाराजगी व्यक्त करना शुरू कर दिया।
ये हैं बातचीत के अंश
आशुतोष पांडेय – आदरणीय दीदी जी प्रणाम
डीएम – जी बताइए क्या कह रहे हैं आप।
आशुतोष – दीदी हम ये कह रहे हैं कि पूरे जिले में सब कस्बों का नाम दिया गया है केवल कांधला का नाम काट कर सीएमओ साहब ने जसाला लगा दिया है। इससे लोगों को काफी परेशानी हो जायेगी। जसाला कैसे इतने लोग जायेंगे।
डीएम – तो क्या इतने सब लोगों ने रजिस्ट्रेशन करा लिया ?
आशुतोष – जी दीदी, कांधला में तकरीबन 500 लोगों ने रजिस्ट्रेशन करा लिया है।
डीएम – 500 लोगों का तो रजिस्ट्रेशन भी नहीं हुआ है। सिर्फ पचास लोगों को एक दिन में वैक्सीन लगनी है।
आशुतोष – नहीं दीदी एक महीने पहले से सबने रजिस्ट्रेशन करा रखा है।
डीएम – एक महीने पहले वाला वैलिड नहीं ही। मैं चेक कराती हूं। जिनका कल हुआ है केवल उतनों को लगेगी। करा देंगे हमको बात समझ आती है ये धरना वरना क्या लगा रखा है।
आशुतोष – नहीं दीदी हमने बस मांग की है। धरने की बात नहीं हैं।
डीएम नहीं धरना क्या करोगे, बाकी भूल गए कहानी कितने मुकदमे दर्ज है तुम पर। इतने मामले पेंडिंग हैं तुम पर भूल गए सब तुम जो ये धरने की बात कर रहे हो। कोरोना चल रहा है, कर्फ्यू लगा है।
आशुतोष – दीदी हम बस मांग कर रहे हैं।
डीएम- मांग करना और धरना देना अलग चीज होती है। और ये दीदी-दीदी क्या बोल रहे हो मुझे, जिलाधिकारी बोलो
आशुतोष- ठीक है जिलाधिकारी महोदया।
डीएम- समझे, जितनी वैक्सीन है उतने ही सेंटर बनेंगे। अगर आपका छूट गया है तो आप रिक्वेस्ट कर सकते हैं। में प्रयास कर सकती हूं। अब नहीं तो अगले हफ्ते होगा। क्योंकि अभी लंबा टीकाकरण चलना है। लेकिन ये कोई तरीका नहीं होता। जिस तरह से आप बात कर रहे हैं।
आशुतोष- दीदी हमने तो बस आपसे मांग की है ना कि दो दिन में करा दीजिए।
डीएम- ये दो दिन में करा दीजिए ये क्या बात हुई। आप मुझे अल्टीमेटम देंगे।
आशुतोष- नहीं नहीं, हम आपको अल्टीमेटम कैसे देंगे। आप तो इतना अच्छा काम कर रहीं हैं। हम तो आपकी तारीफ करते हैं।
डीएम – तारीफ वाले शब्द इस्तेमाल नहीं किए आपने। अगर आपका कस्बा छूट गया तो उसको देख लेते हैं। ये स्लॉट ऊपर से तैयार होते हैं। अगर अभी नही हो पाएगा तो अगले हफ्ते हो जाए। उसमे इतने परेशानी वाली बात क्या है। दो दिन का समय देते हैं ये क्या होता है।
आशुतोष- मान्यवर ये आपके लिए नहीं लिखा है। ये तो सीएमओ महोदय ने किया है पत्र जारी उन्होंने किया है। जिसमे सिर्फ कांधला का नाम कटा है।
डीएम- देखो फिर वही बात कर रहे हो। आप बस रिक्वेस्ट कर सकते हो।
आशुतोष- ठीक है आप बस आश्वासन दे दीजिए हमको l।
डीएम- किस लिए दूं मैं आपको आश्वासन, क्यों दे दूं ? मैंने आपको ओरली बता दिया है अभी नहीं तो आठ तारीख को हो जायेगा। इस तरह के लेटर दुबारा नहीं लिखिएगा मुझे।
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