उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के हनुमान जी को कथित रूप से दलित बताने वाले बयान पर उठा सियासी तूफान थमने का नाम ही नहीं ले रहा है. ताजा मामला यूपी के सुल्तानपुर जिले से आ रहा है.
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दरअसल जौनपुर के सूरापुर और सुल्तानपुर के प्रमुख बाजारों में पोस्टर लगाकर दलितों को 11 दिसंबर को बिजेथुआ धाम पहुंच कर मंदिर पर कब्जा करने की अपील की गई है. पोस्टर लगने के बाद पुलिस और प्रशासन में हड़कंप मच गया.
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जगह-जगह चस्पा किए गए पोस्टरों में बिजेथुआ दलित धाम बनाने, हनुमान मंदिर में ब्राह्मणों के प्रवेश पर रोक लगाने और मंदिर पर कब्जा करने का एलान किया गया है. पोस्टर में महात्मा बुद्ध, डॉ. भीमराव आंबेडकर और कांशीराम के साथ प्रेमचंद उर्फ प्रेम की तस्वीर छपी है. पोस्टर में साफतौर पर लिखा है कि “दलित हनुमान के मंदिर में ब्राह्मणों का प्रवेश वर्जित है”.
मामले की जानकारी होने पर जिला प्रशासन और पुलिस के कान खड़े हो गए हैं. वहीं, सवर्ण समाज ने पोस्टर को लेकर अपनी आपत्ति दर्ज कराई ह. वहीं इस मामले में सीओ कादीपुर डीपी शुक्ला का कहना है कि पोस्टर लगाकर मंदिर पर कब्जा करने के एलान का मामला संज्ञान में आया हैं. मंदिर के आसपास फोर्स लगा दी गई है. ऐसे लोगों के खिलाफ कार्रवाई की जाएगी.
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