उत्तर प्रदेश के सीतापुर (Sitapur) पुलिस प्रशिक्षण महाविद्यालय (पीटीसी) के एडीजी जकी अहमद (ADG Zaki Ahmed) और एसपी सफीक अहमद (SP Safiq Ahmed) पर सनसनीखेज आरोप लगे हैं। चौकीदार विनोद कुमार और रसोइया कृष्ण शंकर गुप्ता ने जातिगत भेदभाव और धर्मांतरण का दबाव (Pressure of Conversion) बनाने का आरोप लगाया है। दोनों ने मुख्यमंत्री, प्रमुख सचिव गृह, राष्ट्रीय भ्रष्टाचार निवारण संगठन और जिलाधिकारी को भेजे गए पत्र में अफसरों पर प्रताड़ित करने का आरोप लगाया है। यही नहीं, पीटीसी में तैनात सीओ पर भी मनमानी का आरोप लगा है।
हिंदू कर्मचारियों पर धर्मांतरण का दबाव बनाने का आरोप
चौकीदार विनोद कुमार और रसोइया कृष्ण शंकर गुप्ता का आरोप है कि दोनों अधिकारी हिंदू कर्मचारियों को आपस में लड़ाकर निलंबित करने की कार्रवाई करते हैं। बहाली के बदले पैसों की मांग होती है। हिंदू कर्मचारियों को बुलाकर नीलगााय का गोश्त पकाने को मजबूर करते हैं। विरोध करने पर मुकदमों में फंसाते हैं। पीटीसी के एडीजी और एसपी पर हिंदू कर्मचारियों पर धर्मांतरण का दबाव बनाने का भी आरोप लगा है।
जय हिंद की जगह सलाम और आदाब का दबाव
कर्मचारियों का कहना है कि पुलिस विभाग में जयहिंद कहा जाता है, लेकिन पीटीसी में सलाम और आदाब करने का दबाव बनाया जाता है। छुट्टी का आवेदन करने वाले कर्मचारियों से रुपये मांगे जाते हैं। लिपिक आरिफ और सीओ सैयद नैमुल हसन, अधिकारियों की शह पर कर्मचारियों को प्रताड़ित करते हैं।
पीटीसी में कराए जाने वाले कामों का ठेका भी मुस्लिम ठेकेदारों को मिलता है। शिकायत में कहा कि एडीजी जकी अहमद पर कानपुर में 53 हिंदू कर्मचारियों को प्रताड़ित करने का आरोप लगा था। इसकी जांच चल रही है। वहीं, पीटीसी के एडीजी जकी अहमद ने कर्मचारियों के आरोप निराधार बताए। हम तो 15 दिन पहले आए हैं, हम पर क्या आरोप लगाएंगे। उनका कहना है कि दुर्भावना से प्रेरित होकर काम किया जा रहा है।