अपना दल की मुखिया और केंद्रीय राज्यमंत्री अनुप्रिया पटेल द्वारा मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ (CM Yogi Adityanath) को पत्र लिखकर भर्तियों में आरक्षण (Reservation) का मुद्दा उठाने के बाद अब कैबिनेट मंत्री डॉ. संजय निषाद (Dr. Sanjay Nishad) ने भी बड़ा बयान दे दिया है। निषाद पार्टी के अध्यक्ष और योगी सरकार में कैबिनेट मंत्री डॉ. संजय निषाद ने कहा कि अनुप्रिया पटेल के पत्र का जवाब वही दे सकती हैं लेकिन आरक्षण के मुद्दे को जिस सरकार ने सही से हैंडल नहीं किया, उसे नुकसान उठाना पड़ा।
पहले होनी चाहिए निषाद लोगों की सुनवाई
कैबिनेट मंत्री ने कहा कि समाजवादी पार्टी, कांग्रेस और बहुजन समाज पार्टी को भी इसका नुकसान उठाना पड़ा है। आरक्षण का मुद्दा अगर सही से उठाया नहीं गया तो हमें भी नुकसान उठाना पड़ेगा। लोकसभा चुनाव में हमें इसके कारण नुकसान उठाना पड़ा। निषाद आरक्षण को सीएम योगी ने उठाया है। सरकार आज निषाद के लोगों की है तो उनकी सुनवाई पहले होनी चाहिए।
संजय निषाद ने कहा कि आरक्षण का मुद्दा इस चुनाव में उठा। निषादों को लगा हमारा आरक्षण कहां गया और इसलिए वो वोट डालने नहीं गए। हम लोग गांव में क्या कहेंगे। निषाद पार्टी के मुद्दों पर आवाज क्यों नहीं उठाई जा रही है। भाजपा सरकार आरक्षण के मुद्दे पर ध्यान दे रही है, लेकिन इस पर भी अब विसंगति दूर करनी चाहिए। हमारी एक ही मांग है कि निषाद समाज के लोगों की आवाज उठाई जाए। निषाद लोगों के लिए चर्चा होनी चाहिए, राजनीति नहीं।
कैबिनेट मंत्री ने कहा कि कांग्रेस पार्टी ने 70 साल में निषादों की आवाज नहीं सुनी। पीएम राजीव गांधी ने कहा था कि निषादों की आवाज सुनी जानी चाहिए, लेकिन उस पर कोई सुनवाई नहीं हुई। आज के समय में जो निषादों की आवाज नहीं सुनेगा, उसे नुकसान उठाना पड़ेगा। देख लीजिए कांग्रेस कहां से कहां आ गई। निषादों ने भगवान श्रीराम को पार लगाया और अंग्रेजों के खिलाफ भी आवाज उठाई। कांग्रेस ने कोई कार्रवाई नहीं की। अब सभी जातियां जाग गई हैं।
( देश और दुनिया की खबरों के लिए हमें फेसबुक पर ज्वॉइन करें, आप हमें ट्विटर पर भी फॉलो कर सकते हैं. )