लखनऊ के हजरतगंज थाने में अंसल प्रॉपर्टीज (Ansal Properties) के खिलाफ रिटायर्ड आईएएस के बेटे ने जमीन के नाम पर ठगी का मुकदमा दर्ज कराया है। शिकायतकर्ता का आरोप है कि कंपनी के डायरेक्टर ने कर्मचारियों की मिलीभगत से जमीन के नाम पर 3.21 करोड़ रुपए की ठगी की। पुलिस ने एफआईआर दर्ज कर मामले की जांच शुरू कर दी है।
अंसल एपीआई से 1.93 लाख वर्ग फीट का खरीदा था प्लाट
महानगर सेक्टर ए निवासी रिटायर्ड आईएएस के बेटे व्योम वार्ष्णेय वीएम पीआर इंफ्रा डेवलपर्स नाम से कंपनी चलाते हैं। उन्होंने पुलिस को बताया कि दिवांश इंफ्रा स्टेट प्राइवेट लिमिटेड ने सुशांत गोल्फ सिटी के सेक्टर-जे में अंसल एपीआई से 1.93 लाख वर्ग फीट का प्लाट खरीदा था। 27 दिसंबर 2012 को एग्रीमेंट के तहत 3.21 करोड़ रुपए अंसल प्रॉपर्टीज एंड इंफ्रास्ट्रक्चर को दिए गए थे।
2022 में शिवांश इंफ्रास्टेट प्राइवेट लिमिटेड से उनकी कंपनी वीएमपीआर ने अंसल एपीआई की सहमति पर वही प्लाट खरीदा। इस प्लाट की पूरी रकम अंसल और शिवांश इंफ्रास्टेट प्राइवेट लिमिटेड को दे दी गई थी। शिवांश इंफ्रास्टेट प्राइवेट लिमिटेड ने उनकी कंपनी के नाम प्लाट स्थानांतरित करने का आवेदन और सहमति भी दे दी थी। इसके बाद 24 जून 2022 को सुशांत गोल्फ सिटी सेक्टर-जे स्थित प्लाट उनके पक्ष में स्थानांतरित कर दिया गया।
30% रकम देने के बाद भी नहीं मिली जमीन
शिकायतकर्ता के अनुसार, बेसिक कास्ट का 30 प्रतिशत भुगतान करने के बावजूद उनकी कंपनी को जमीन का कब्जा नहीं मिला। मामले की जानकारी करने पर पता चला कि अंसल के पास जमीन की रजिस्ट्री उपलब्ध ही नहीं थी। इस विषय में अंसल प्रॉपर्टीज की ओर से कोई जवाब नहीं दिया गया।
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हजरतगंज पुलिस के मुताबिक पीड़ित की शिकायत पर अंसल एपीआई के चेयरमैन प्रणव अंसल, धीरज गोयल, अध्यक्ष राजेश्वर राव, मार्केटिंग हेड अभिषेक मिश्रा समेत अन्य लोगों के खिलाफ एफआईआर दर्ज कर ली गई है। पुलिस मामले की जांच कर रही है।



















































