Radhika Yadav Murder Case: 25 साल की राधिका यादव (Radhika Yadav), जो एक बेहतरीन टेनिस खिलाड़ी और कोच थीं, गुरुवार को गुरुग्राम (Gurugram) में अपने ही घर में गोली मारकर हत्या कर दी गई। इस दिल दहला देने वाली वारदात को अंजाम देने का आरोप राधिका के पिता दीपक यादव (Deepak Yadav) पर है। पुलिस के मुताबिक, राधिका अपनी मां के जन्मदिन पर किचन में कुछ पका रही थीं, तभी दीपक ने पीछे से उस पर पांच गोलियां दाग दीं, जिनमें से तीन ने उसकी जान ले ली। इस वारदात ने पूरे शहर को हिलाकर रख दिया है, और अब सबके सामने एक ही सवाल है, आखिर एक पिता ने अपनी होनहार बेटी की जान क्यों ले ली?
पहली थ्योरी
पुलिस जांच के शुरुआती चरण में तीन थ्योरी सामने आई हैं, जिनमें से पहली थ्योरी के अनुसार, दीपक यादव समाज के तानों से परेशान था। उसका कहना है कि लोग उसे ताने देते थे कि वह अपनी बेटी की कमाई खा रहा है, जिससे उसकी मर्दानगी और आत्मसम्मान को ठेस पहुंच रही थी। उसने पुलिस को बताया कि वह पिछले 15 दिनों से डिप्रेशन में था और बेटी को टेनिस अकैडमी बंद करने को कह रहा था, लेकिन राधिका तैयार नहीं थी। हालांकि, इस थ्योरी पर सवाल यह उठता है कि दीपक खुद एक सम्पन्न इलाके में रहता था और उसने ही राधिका को खेल के लिए आगे बढ़ाया था। अगर उसे समाज के तानों से इतनी तकलीफ थी, तो उसने तब क्यों नहीं रोका जब राधिका मैदान में संघर्ष कर रही थी? क्यों अचानक अब वह इतना असहाय महसूस करने लगा कि बेटी की जान ले ली?
दूसरी थ्योरी
दूसरी थ्योरी के अनुसार, राधिका की सोशल मीडिया रील्स को लेकर परिवार में बहस हुई थी। कुछ स्थानीय लोगों ने राधिका की एक रील पर भद्दे कमेंट किए थे, जिससे परिवार नाराज हो गया और राधिका को अपना अकाउंट डिलीट करना पड़ा। हालांकि सवाल ये है कि जब राधिका पहले ही परिवार की बात मान चुकी थी और सोशल मीडिया से दूरी बना चुकी थी, तो अब रील्स को लेकर हत्या क्यों की गई?
तीसरी थ्योरी
तीसरी थ्योरी के अनुसार, राधिका के एक म्यूजिक वीडियो में काम करने को लेकर पिता नाराज थे। क्योंकि उन्हे वह वीडियो पसंद नहीं आया, जिससे दोनों के बीच तनाव बढ़ गया। लेकिन पुलिस को इस बात का कोई ठोस सबूत नहीं मिला है, और वीडियो जून 2024 में ही रिलीज हुआ था। ऐसे में सवाल ये है कि अगर दीपक को वाकई में इस बात से दिक्कत थी, तो उसने तुरंत कोई कदम क्यों नहीं उठाया? हत्या एक साल बाद क्यों?
दीपक यादव गिरफ्तार
फिलहाल, गुरुग्राम पुलिस ने दीपक यादव को गिरफ्तार कर एक दिन की रिमांड पर लिया है। पुलिस अब यह जानने की कोशिश कर रही है कि क्या दीपक की ओर से दी गई वजह ही सच है या फिर राधिका की हत्या के पीछे कोई और गहरा राज छुपा है। राधिका की मौत ने एक होनहार खिलाड़ी की जिंदगी को बीच रास्ते में रोक दिया है और समाज के सामने एक बार फिर यह सवाल खड़ा कर दिया है, क्या सामाजिक दबाव और दकियानूसी सोच किसी को इतना कमजोर बना सकती है कि वो अपने ही खून का कातिल बन जाए?