हिंदूवादी नेता कमलेश तिवारी (Kamlesh Tiwari) की ह्त्या पर आपत्तिजनक पोस्ट करने वाले, समाज में घृणा फैलाने और सुप्रीम कोर्ट की अवमानना करने वाले अली सोहराब (Ali Sohrab) को यूपी पुलिस (UP Police) ने गिरफ्तार कर लिया है. ये वही अली सोहराब है जो ट्विटर पर काकवाणी के नाम से जाना जाता है. ट्विटर बॉयो में अली सोहराब खुद को एक डरा हुआ पत्रकार बताता है. सोहराब पर आरोप है कि उसने भड़काऊ ट्वीट कर दंगा फैलाने की कोशिश की थी.
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गौरतलब है कि यूपी की राजधानी लखनऊ के नाका इलाके में हिंदूवादी नेता कमलेश तिवारी की दिनदहाड़े गोली मारकर ह्त्या कर दी गई थी. कमलेश तिवारी की ह्त्या के बाद अली सोहराब ने खुशी जाहिर करते हुए एक ट्वीट किया था. ट्वीट में अली सोहराब ने लिखा था ‘दिवाली की अग्रिम बधाई एवं शुभकामनाएं’. साथ में #कमलेश_तिवारी हैशटैग भी डाला था.
पुलिस के मुताबिक कमलेश तिवारी हत्याकांड पर आपत्तिजनक पोस्ट करने के बाद सोहराब के ट्विटर हैंडल पर नजर रखी जा रही थी. सोहराब पर अयोध्या प्रकरण पर आए सुप्रीम कोर्ट के फैसले पर भी भड़काऊ ट्वीट करने और सांप्रदायिक सौहार्द बिगाड़ने के आरोप हैं.
अपने इस कृत्य से उसने हिंदुओं को चिढ़ाने का प्रयास किया था. वह आजतक चैनल के न्यूज एंकर रोहित सरदाना की नाबालिग बेटी को भी भला-बुरा बोल चुका है. अली सोहराब के खिलाफ यूपी पुलिस ने अक्टूबर 2019 में ही मामला दर्ज कर लिया था.
बताया जा रहा है की माहौल खराब करने वाले अली सोहराब को यूपी पुलिस ने दिल्ली स्थित घर से गिरफ्तार कर लिया है. अभी उसे नंदनगरी पुलिस स्टेशन में रखा गया है. बता दें अली सोहराब को दिल्ली पुलिस और यूपी पुलिस की संयुक्त ऑपरेशन के दौरान गिरफ्तार किया गया है. उस पर आईपीसी की धारा 295 (धार्मिक भावनाओं को ठेस पहुंचाने के लिए दुर्भावना से ग्रसित होकर और जानबूझ कर किया गया कृत्य) और 66, 67 आईटी एक्ट के तहत मामला दर्ज किया गया है.
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