इस वक्त नेपाल के पहाड़ी इलाको में हो रही मूसलाधार बारिश से वहां पर आम जन मानस तो परेशान है ही, पर अब वन्य जीवों पर भी संकट मंडरा रहा है। एक तरफ जहां बीते एक सप्ताह से नेपाल की ओर से बहने वाली गेरुआ नदी में अब तक दो नेपालियों का शव गिरिजा बैराज पर उतराता मिला है। वहीं दूसरी ओर आज गिरिजा बैराज के गेट संख्या 5 व 6 पर एक वयस्क बाघ सुरक्षित गेरुआ नदी की तरफ से आता दिखाई दिया। बैराज घूमने आए लोगो की नजर जब इस बाघ पर पड़ी तो लोगो ने इस्की ख़बर वन विभाग को दी।
घंटों पर तैरता रहा बाघ
प्रत्यक्षदर्शियों के अनुसार बाघ गेट संख्या 5 व 6 बंद होने से घंटो बैराज के पास तैरता रहा और अपनी जान को बचाने का हर भरसक प्रयास करता रहा। अंत में बैराज के गेट संख्या 24 खुला होने से बाघ घाघरा की तेज धारा में बह गया। कुछ देर की मशक्कत के बाद बाघ सुरक्षित हालत में घाघरा बैराज के सामने बने रेता में पहुंच गया है।
➡️नदी में फंसे टाइगर को निकालने के लिए बंद किया गया बैराज का गेट
➡️दुर्लभ प्रजाति का टाइगर घाघरा नदी में फंसा
➡️ग्रामीणों की सूचना पर पहुंचे बड़े अधिकारी
➡️पानी का बहाव कम करके टाइगर को निकाला जा रहा
➡️कतर्नियाघाट वन्य जीव प्रभाग में 2 दर्जन से अधिक बाघ हैं।#Bahraich #viral pic.twitter.com/wj31Rg6nxi
— TV9 Uttar Pradesh (@TV9UttarPradesh) July 22, 2022
किसान ने दी थी सूचना
ऐसा रेता में ही गन्ने की खेती कर रहे किसान कल्लू ने सूचना दी है। इस वक्त रेता इलाके में बहराइच व लखीमपुर के किसान बड़े पैमाने पर खेती करते हैं। बाघ पानी से निकल कर गन्ने के खेत मे चला गया तब जाकर लोगो राहत की सांस ली।
Input- Khalid Hussain
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