उत्तर प्रदेश के आजमगढ़ जिले के कोतवाली क्षेत्र स्थित एक गांव में गोकशी की सूचना पर छापा मारने गई एसओजी टीम ने बुधवार को एक बड़ी असलहा फैक्ट्री पकड़ी। इस कार्रवाई के दौरान पुलिस ने गोवध करते रंगे हाथ 12 लोगों को गिरफ्तार कर लिया। वहीं, पुलिस अधीक्षक आजमगढ़ प्रोफेसर त्रिवेणी सिहं ने इस टीम को 25000 रुपए के पुरस्कार से सम्मानित किया है।
गोकशी करते रंगे हाथ पकड़े गए आरोपी
एसपी आजमगढ़ प्रोफेसर त्रिवेणी सिंह ने बताया कि उन्हें मुखबिर से सूचना मिली थी कि आजमगढ़ के कोतवाली क्षेत्र में का खेल चल रहा है, इस सूचना के बाद एसपी सिटी कमलेश बहादुर और शहर कोतवाल सहित एसओजी टीम को इस मामले की जांच के लिए लगाया गया। बुधवार को मौके पर पुलिस टीम जब गांव के कसाईबाड़ा में छापेमारी की तो वह मौजूद लोगों ने पुलिस टीम पर हमला कर दिया।
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ऐसे में इन अपराधियों को उन्हीं के अंदाज में जवाब देते हुए पुलिस ने पुलिस ने सरगना महबूब आलम सहित इस गैंग के एक दर्जन लोगों को गिरफ्तार किया है। इस दौरान पुलिस को मौके से कुछ बछड़ो के अलावा देसी कट्टा, रिवॉल्वर, पिस्टल, चापड़ सहित कार्बाइन और राकेट लॉन्चर बनाने के सामान भी बरामद हुआ।
सूत्रों ने बताया कि गिरफ्तार किए गए सभी 12 आरोपी आजमगढ़ जिले के अलग-अलग थाना क्षेत्रों के रहने वाले हैं। गिरफ्तार लोगों में मुख्य आरोपी और गैंग का सरगना महबूब आलम सहित अब्दुल, टीपू सुल्तान, मोहम्मद सुहैल, शफीक, आरिफ, जमील अहमद ,फ़ैज़ अहमद ,मोहम्मद तारिक, मोहम्मद जैस, रिजवान अहमद और जवाद अहमद शामिल हैं।
INPUT- Ashutosh Shrivastava
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