BT Fact Check: क्या स्मृति ईरानी को बदनाम करने के लिए वर्तिका सिंह ने लगाए झूठे आरोप ?

केंद्रीय मंत्री स्मृति ईरानी (Smriti Irani) और अंतरराष्ट्रीय निशानेबाज वर्तिका सिंह (Vartika Singh) के बीच विवाद में नया मोड़ सामने आया है. गुरुवार को स्मृति ईरानी के निजी सचिव विजय गुप्ता मीडिया के सामने आए और वर्तिका सिंह के खिलाफ वो पेपर मुहैया कराया, जिसके आधार पर उनके खिलाफ FIR दर्ज है. विजय ने कहा कि पूर्व ही में SP अमेठी को पत्र लिखा गया था. जिस पर पुलिस जांच कर रही है. उन्होंने यह भी कहा कि, वर्तिका ने कूटरचित दस्तावेजों के आधार पर मानसिक रुप से परेशान करने व सामाजिक छवि को क्षति पहुंचाने का प्रयास किया है.


मामले में वर्तिका पर 31 दिन पहले ही दर्ज हो चुकी है FIR

विजय गुप्ता की तहरीर पर मुसाफिरखाना पुलिस ने प्रतापगढ़ की रहने वाली वर्तिका सिंह और कमल किशोर कमांडो नामक व्यक्ति के खिलाफ मुकदमा दर्ज किया था. गुप्‍ता ने अपनी शिकायत में लिखा था कि वर्तिका ने फर्जी पत्र तैयार कर उन पर निराधार और असत्य आरोप लगाए. वर्तिका ने उन्‍हें मानसिक रूप से परेशान किया और उनकी सामाजिक छवि को नुकसान पहुंचाने का प्रयास किया. विजय गुप्ता के अनुसार, वर्तिका ने केंद्रीय महिला आयोग का सदस्य बनाने के नाम पर 25 लाख रुपये की मांग का आरोप लगाते हुए कूटरचित पत्र तैयार किया था. इसके अलावा कमल किशोर कमांडो नाम के व्यक्ति ने भी सोशल मीडिया पर तथ्यों को जाने बगैर फर्जी तरीके से कुछ चीजें वायरल कर उनकी सामाजिक छवि को नुकसान पहुंचाने का प्रयास किया. अमेठी के अपर पुलिस अधीक्षक दयाराम सरोज ने बताया कि इस मामले की जांच साइबर सेल और पुलिस द्वारा की जा रही है.


वर्तिका के खिलाफ पहले से गंभीर धाराओं में दर्ज हैं मुकदमें

केंद्रीय मंत्री पर भ्रष्टाचार जैसे संगीन इल्जाम लगने के बाद जब हमने वर्तिका सिंह के बारे जानकारी जुटाई तो वो भी कुछ कम हैरान कर देने वाली नहीं थी. हमें पता चला कि वर्तिका के बर्ताव के चलते पहले ही उनके खिलाफ कई गंभीर धाराओं में मुकदमें दर्ज हो चुके हैं. बीते महीने की 21 नवंबर को दिल्ली के पार्लियामेंट स्ट्रीट में भी वर्तिका के खिलाफ दो मुकदमे दर्ज हुए. एक दर्ज करवाया आईएएस एमसी जौहरी ने. जौहरी के मुताबिक उनके नाम से जो चिट्ठी प्रतापगढ़ एसपी को लिखी गई, वो फर्जी है. जिस चिट्ठी को आईएएस अधिकारी एमसी जौहरी द्वारा फर्जी बताया जा रहा है, उस चिट्ठी में लिखा गया था कि महिला आयोग में वर्तिका सिंह की बतौर सदस्य नियुक्ति की प्रक्रिया चल रही है. जिस संबंध में एसपी प्रतापगढ़ से वर्तिका सिंह का बैकग्राउंड चेक कराने की गुजारिश की गई थी.


दूसरा केस दर्ज करवाया स्मृति ईरानी के बंगले में तैनात एसआई जय सिंह ने. शिकायत में कहा कि वर्तिका सिंह ने 20 नवंबर को स्मृति ईरानी से मुलाकात की. इस दौरान उन्होंने खुद को केंद्रीय महिला आयोग का मेंबर बनवाने की बात कही. वहीं स्मृति ने जब उनको कहा कि इसका एक पूरा प्रोसेस है और वो देखेंगी कि क्या हो सकता है, यह सुनकर वर्तिका स्मृति से बहस करने लगीं और आत्महत्या करने की धमकी दे डाली.


झूठे आरोप लगाकर चर्चा में आईं थीं वर्तिका

वर्तिका सिंह का विवादों से पुराना नाता रहा है, सबसे पहले वे चर्चा में तब आईं जब उन्होंने साल 2018 में एसजीपीजीआई के एक डॉक्टर पर बदसलूकी का आरोप लगाया था. वर्तिका का कहना था कि वे अपने भाई के साथ बाइक से कहीं जा रही थीं. इस बीच पीजीआई के एक डॉक्टर ने उनकी गाड़ी को टक्कर मार दी. वर्तिका के भाई ने विरोध किया तो डॉक्टर ने बदसलूकी करना शुरू कर दिया. वर्तिका ने आरोप लगाया था कि डॉक्टर शराब के नशे में धुत था और उसकी गाड़ी में भी शराब की बोतल रखी हुई थीं. वहीं जांच में आरोप झूठे साबित पाए. मेडिकल रिपोर्ट में डॉक्टर के शराब पीने की पुष्टि नहीं हुई.


वर्तिका पर ब्रांड अंबेसडर बनने की एवज में पैसे ऐंठने का आरोप

इसी तरह वर्तिका ने चंदौली निवासी इंटरनेशनल बाल वैज्ञानिक के खिलाफ फर्जीवाड़े का केस दर्ज कराया था. आरोप लगाया था कि बाल वैज्ञानिक ने फर्जी दावे करके खुद को इंटरनेशनल बाल वैज्ञानिक घोषित किया जबकि उसने ऐसा कोई आविष्कार ही नहीं किया है. दूसरी तरफ बाल वैज्ञानिक ने वर्तिका को झूठा बताया था तथा उल्टा आरोप लगाया था कि उन्होंने उनके प्रोडक्ट्स का ब्रांड अंबेसडर बनने के बदले रुपये ऐंठे थे.


इकबाल अंसारी से मारपीट के आरोप हो चुकीं हैं गिरफ्तार

बीते साल के सितंबर माह में बाबरी मस्जिद के पक्षकार इकबाल अंसारी ने वर्तिका सिंह के खिलाफ उनपर हमला करने का केस दर्ज कराया था. आरोप है कि वर्तिका इकबाल अंसारी से मिलने पहुंची थी. मगर तीन तलाक से शुरू हुई बातचीत राम मंदिर तक पहुंची और मामला गर्मा गया, जिसके बाद वर्तिका ने इकबाल अंसारी के साथ हाथापाई की. घटना के बाद इकबाल ने राम जन्मभूमि थाना पुलिस को सूचना दी, जिसके बाद वर्तिका को पुलिस ने गिरफ्तार कर लिया. हालांकि कुछ समय तक पूछताछ करने के बाद वर्तिका को छोड़ दिया.


प्रियंका गांधी के बेटे की गुरू रह चुकी हैं वर्तिका

वर्तिका सिंह उत्तर प्रदेश के प्रतापगढ़ के रायचंद्रपुर गांव की रहने वाली हैं. साल 2013-14 तक दिल्ली स्थित इंद्रप्रस्थ कॉलेज फॉर वीमेन की छात्रसंघ अध्यक्ष रह चुकी हैं. 2012 में वर्तिका ने जर्मनी और 2013 में सिंगापुर में आयोजित शूटिंग प्रतियोगिता में हिस्सा लिया था. वे राष्ट्रीय और राज्य स्तर पर होने वाली शूटिंग प्रतियोगिता में गोल्ड मेडल प्राप्त कर चुकी हैं. 2013 में वर्तिका को राष्ट्रपति पदक से भी सम्मानित किया गया था. वर्तिका की प्रियंका गांधी वाड्रा समेत कई बड़े नेताओं के साथ तस्वीरें हैं. इसके अलावा वर्तिका प्रियंका के बेटे रेहान वाड्रा को शूटिंग भी सिखा चुकी हैं.


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