AMU में 20 दिन में 26 प्रोफेसरों की कोरोना से मौत, CM योगी ने VC से की बात, जाना मरीजों का हाल

वैसे तो उत्तर प्रदेश में कोरोना वायरस का ग्राफ लगातार घट रहा है, लेकिन फिर भी प्रशासन की हर हरकत पर सीएम योगी खुद नजर रखे हुए हैं। अगर कहीं भी कुछ मामला सामने आता है तो सीएम उसे तत्काल संज्ञान में लेते हैं। हाल ही में अलीगढ़ मुस्लिम यूनिवर्सिटी में कई कर्मचारी Covid पॉजिटिव हो गए थे। जिनका हाल चाल पता करने के लिए सीएम ने मंगलवार को अलीगढ़ मुस्लिम विश्वविद्यालय के कुलपति से फोन पर वार्ता की। ऐसा माना जा रहा है कि यूनिवर्सिटी में वायरस का कोई नया वेरिएंट सामने आया है जो काफी तेजी से फैल रहा है। जिस वजह से वहां मौतों का ग्राफ भी बढ़ रहा है।


सीएम ने कहा ये

जानकारी के मुताबिक, सीएम ने सबसे पहले कुलपति को फोन करके अलीगढ़ मुस्लिम विश्वविद्यालय स्थित मेडिकल कालेज में भर्ती मरीजों और वहां कार्यरत चिकित्सकों एवं अन्य कार्मिकों का हालचाल जाना। दरअसल, मुख्यमंत्री को मालुम हुआ था कि संस्थान के कुछ चिकित्सक एवं कर्मचारी कोरोना से संक्रमित हो गए हैं। इसका संज्ञान लेते हुए मुख्यमंत्री ने कुलपति से बात की।


सीएम ने कुलपति से कहा कि अलीगढ़ मुस्लिम विश्वविद्यालय के परिसर में बड़ी संख्या में लोग रहते हैं। इन्हें कोविड संक्रमण से सुरक्षित रखने के लिए सभी उपाय किए जाना जरूरी है। कोरोना संक्रमण से बचाव में टीकाकरण की महत्वपूर्ण भूमिका है। वर्तमान में 18 से 44 वर्ष आयु वर्ग का टीकाकरण भी प्रारम्भ हो गया है। उन्होंने कुलपति से लक्षित आयु वर्ग के लिए तत्परतापूर्वक टीकाकरण कराने की अपेक्षा करते हुए कहा कि इस कार्य में प्रदेश सरकार एवं जिला प्रशासन द्वारा पूर्ण सहयोग प्रदान किया जाएगा।


परिसर में तेजी से संक्रमित हो रहे लोग

गौरतलब है कि कोरोना वायरस संक्रमण से ग्रस्त मरीजों का उपचार करते-करते अलीगढ़ मुस्लिम विश्वविद्यालय (एएमयू) के जेएन मेडिकल कॉलेज के डॉक्टर और स्टाफ के लोग भी बड़ी संख्या में संक्रमित हो रहे हैं। आंकड़ों की मानें तो अलीगढ़ मुस्लिम यूनिवर्सिटी (Aligarh Muslim University) में केवल 20 दिनों के भीतर 44 व्यक्तियों की कोरोना से मौत हो चुकी है। इनमें 26 प्रोफेसर्स (26 Professor) भी शामिल हैं। कोरोना वायरस संक्रमण के कारण मरने वाले इन प्रोफेसर्स में 16 वर्किंग और 10 रिटायर्ड फैकल्टी है। विश्वविद्यालय ने संदेह जताया है कि अलीगढ़ मुस्लिम यूनिवर्सिटी में कोरोना का कोई नया वेरिएंट (New Varient) हो सकता है।


एएमयू वाइस चांसलर तारिक मंसूर ने इस बारे में भारतीय चिकित्सा एवं अनुसंधान परिषद (आईसीएमआर) को पत्र लिखा है। वीसी ने कहा है कि विवि में ये मौतें वायरस के ‘घातक’ स्वरूप से हुई हैं। वीसी ने इस वायरस की जिनोम सिक्वेसिंग किए जाने की मांग की है। वीसी ने लिखा है, ‘इस बात का संदेह बढ़ता जा रहा है कि अलीगढ़ के सिविल लाइन इलाके में वायरस के एक विशेष प्रकार वैरिएंट फैल रहा है। इस इलाके में एएमयू और अन्य इलाके स्थित हैं।’ 


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