उत्तर प्रदेश में महिला सुरक्षा की जिम्मेदारी पुलिस विभाग को दी गयी है. पर कई जगह पुलिसकर्मी ही दहेज़ जैसी कुप्रथा को आगे बढ़ा रहे हैं. मामला जालौन जिले का है, जहाँ अतिरिक्त दहेज की मांग पूरी न होने पर सिपाही ने शादी ही तोड़ दी. एसपी के आदेश पर कोतवाली थाना पुलिस ने करीब छह महीने पहले उनकी रिपोर्ट दर्ज की थी. अब जाकर सिपाही को कोतवाली थाना पुलिस ने गिरफ्तार कर लिया है.
ये है मामला
अमर उजाला अख़बार के मुताबिक, जालौन जिले के कोतवाली क्षेत्र के एक मोहल्ले की युवती का विवाह शहर में ही सब्जी मंडी के पास रहने वाले शिवम के तय हुआ था. 10 अगस्त 2020 को गोद भराई की रस्म कामाख्या देवी मंदिर पहाड़पुरा में हुई थी. युवती के पिता का कहना था कि उन्होंने वर पक्ष को पांच रुपये दिए थे. शादी 20 जून 2021 को होना तय था.
शोषण के बाद किया शादी से इंकार
इसी बीच शिवम की पुलिस विभाग में सिपाही की नौकरी लग गई. उसकी तैनाती फतेहपुर में हो गई. इधर, फरवरी 2021 में शिवम की बहन की सगाई थी. वह भी परिवार के साथ कार्यक्रम में शामिल होने गए थे. आरोप है कि वहां शिवम ने उनकी बेटी का शोषण किया. उसके बाद अतिरिक्त दहेज की मांग को लेकर शादी तोड़ दी. एसपी के आदेश पर कोतवाली थाना पुलिस ने करीब छह महीने पहले उनकी रिपोर्ट दर्ज की थी. अब आरोपी सिपाही शिवम बादल को फतेहपुर से गिरफ्तार कर जालौन लाया गया. कोर्ट में पेश करने के बाद उसे जेल भेज दिया गया.,
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