दिल्ली से सटे गुरुग्राम में शनिवार को जज की सुरक्षा में तैनात पुलिसकर्मी ने दिनदाहड़े ने ही उनके बेटे और पत्नी को गोली मार दी। इसके बाद सड़क पर जो कुछ भी हुआ, उसे देखकर हर कोई सहम गया। आरोपी पुलिसकर्मी ने जज के बेटे के सिर में और उनकी पत्नी के सीने में गोली मारी थी। जिनके इलाज के दौरान मौत हो गई। इस मामले में खास बात ये सामने आई है कि जज की सुरक्षा में तैनान पुलिसकर्मी ने अपना धर्म परिवर्तन कराकर ईसाई धर्म अपनाया था।
जज की पत्नी और बेटे पर बना रहा था धर्म परिवर्तन का दबाव
मिली जानकारी के मुताबिक, गुरुग्राम के अतिरिक्त जिला एवं सत्र न्यायाधीश की पत्नी रेणु और उनके बेटे ध्रुव पर पिछले काफी समय से सुरक्षा में तैनात पुलिसकर्मी महिपाल धर्म परिवर्तन का दबाव बना रहा था। लेकिन जब इन दोनों ने महिपाल की बात नहीं मानी तो उनके साथ अभ्रद व्यवहार करने लगा।
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इसके बाद शानिवार को गुरुग्राम के सेक्टर-49 स्थित आर्केडिया मार्केट में जज की पत्नी रेणु और उनके बेटे ध्रुव को करीब 3:30 बजे गोली मार दी। इस पूरे मामले में एसपी गुरुग्राम और डीजीपी हरियाणा के आदेश पर महेंद्रगढ़ जिला पुलिस की सीआईडी की टीम ने रेणु और ध्रुव पर गोली चलाने वाले पुलिसकर्मी महिपाल की जन्म कुंडली निकाली, तब इस बात का खुलासा हो पाया।
सूत्रों का यह तक कहना है कि बीते डेढ़ साल से जज के अंगरक्षक के रूप में तैनात महिपाल उनके घर आता-जाता था और परिजनों से काफी घुल मिल गया था। महिपाल लगातार जज के परिजनों से ईसाई धर्म अपनाने की बात कह रहा था। कई बार तो उसकी इस मसले को लेकर रेणु और ध्रुव से झड़प भी हो चुकी थी। लेकिन महिपाल डांट खाकर माफी मांग लेता था।
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तीन साल पहले कराया था खुद का धर्म परिवर्तन
सीआईडी सूत्रों के मुताबिक, महिपाल नांगल चौधरी क्षेत्र के गांव भुगारका का रहने वाला है। उसके पिता होशियार सिंह का निधन हो चुका है। उसकी मां सविता उर्फ त्रिपाति अपने सगे भाई के गांव कोसली में रहती थी। लेकिन पिता के निधन से पहले महिपाल का उनसे झगड़ा हुआ था, तभी से उसकी मां अपने भाई के मकान में रहने लगी। महिपाल की उसके मामा से खूब पटती है। 11 साल पहले मामा ने ही पुलिस में महिपाल की नौकरी लगवाई और रेवाड़ी जिला के गांव रोजका में शादी करा दी।
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लेकिन जब शादी के बाद अनबन हुई तो मामा ने बीच बचाव कर मामला शांत कराया। महिपाल की दो बेटियां है। उसने तीन साल पहले धर्म परिवर्तन करा लिया था। लेकिन गांव के कुछ लोगों ने उसके ईसाई धर्म अपनाने का विरोध किया। जिसके बाद महिपाल अपने परिवार के साथ पुलिस लाइन चला गया। सूत्रों के मुताबिक, पिछले कई महीनों से अतिरिक्त जिला सत्र न्यायाधीश के परिवार पर धर्म परिवर्तन का दबाव बना रहा था। उसकी पत्नी भी इस बात का विरोध कर रही थी। यही वजह थी कि उसकी पत्नी अपने गांव चली गई।
जज की पत्नी के बाल खींचते हुए मारने लगा थप्पड़, फिर चला दी गोली
इस घटना के एक चश्मदीद अमित ने बताया कि वह उस दौरान वहीं था। उसने सड़क के दूसरी ओर महिला (जज की पत्नी) के चिल्लाने की आवाज सुनी। उधर देखा तो एक पुलिसकर्मी महिला को थप्पड़ मार रहा था। 3-4 थप्पड़ मारकर वह महिला के बाल खींचने लगा, इसके तुरंत बाद गोली चलने की आवाज आई। अमित ने बताया कि उसने देखा कि पुलिसकर्मी ने महिला को दो गोलियां मारीं, जिसके बाद वह नीचे गिर गईं। अमित के मुताबिक, इसके बाद सिपाही पीछे घूमा और एक लड़के (जज के बेटे) से हाथापाई की। लड़के ने भी बचने के लिए पुलिसकर्मी से हाथापाई की।
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इसी दौरान सिपाही ने हाथ में मौजूद पिस्टल से उसके सिर में ही गोली मार दी। एक-एक कर 3 गोलियां मारी गईं, जिससे लड़का भी नीचे गिर गया। दोनों के नीचे गिरने पर पुलिसकर्मी कार को पीछे लाया। उसने लड़के को खींचकर कार में डालने की कोशिश की, लेकिन सफल नहीं हुआ। इस दौरान वह लगातार बड़बड़ा रहा था और गाली दे रहा था। दो नाकाम कोशिशों के बाद वह कार के साथ फरार हो गया लेकिन बाद में पुलिस उसे पकड़ने में सफल रही।
वहीं, इस मामले में डीसीपी ईस्ट गुरुग्राम सुलोचना गजराज ने कहा, ‘आरोपी गनमैन से पूछताछ के लिए उसे रिमांड पर लिया जा सकता है। फिलहाल यह जानकारी नहीं है कि गनर ने जज की पत्नी और बेटे को गोली क्यों मारी।’
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