यूपी एटीएस (UP ATS) ने मंगलवार को मानव तस्करी (Human Trafficking) के एक बड़े रैकेट का खुलासा करते हुए गिरोह के सरगना सहित तीन लोगों को गिरफ्तार कर लिया। मामले का खुलासा करते हुए एडीजी लॉ एंड ऑर्डर प्रशांत कुमार ने मंगलवार को तीनों की गिरफ्तारी की जानकारी दी और कहा कि मानव तस्करों के इस गिरोह को पकड़ने के लिए उत्तर प्रदेश एटीएस के 30 से अधिक अधिकारियों ने 36 घंटे से अधिक समय का अभियान चलाया।
गिरफ्तार आरोपियों के पास से मोबाइल फोन, आधार कार्ड, पैन कार्ड, बांग्लादेश नागरिकता पहचान पत्र, एटीएम, रेलवे टिकट व यूएनएचसीआर के कार्ड की फोटोकॉपी, पांच बांग्लादेशी टका और 24,480 रुपए नकद बरामद किए गए हैं। एटीएस ने मंगलवार को बांग्लादेश मूल के मोहम्मद नूर उर्फ नुरूल इस्लाम (गिरोह का सरगना), हाल पता एमपी नगर, बेजीमारा, सेपहिजला, त्रिपुरा, म्यांमार मूल के रहमतुल्लाह हाल पता कासिम नगर, थाना नेरवाल, जम्मू-कश्मीर तथा म्यांमार मूल निवासी शबीउर्रहमान को गिरफ्तार कर लिया है।
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एडीजी प्रशांत कुमार के मुताबिक तीनों अभियुक्तों को आज अदालत में प्रस्तुत किया जा रहा है और अग्रिम विवेचना और साक्ष्यों के लिए इन अभियुक्तों को पुलिस रिमांड पर लेने के लिए अदालत से अनुरोध किया जाएगा। एटीएस द्वारा दी गई जानकारी के अनुसार यह पता चला कि नूर मुहम्मद कुछ रोहिंग्या व बांग्लादेशी नागरिकों के साथ ब्रह्मपुत्र मेल ट्रेन से दिल्ली जा रहा है और इस सूचना पर यूपी एटीएस की टीम ने पांच व्यक्तियों को गाजियाबाद में ट्रेन से उतारकर पूछताछ की।
उन्होंने गिरोह के सरगना के हवाले से बताया कि उनका एक साथी दिल्ली रेलवे स्टेशन पर उनसे मिलने आने वाला है जिस पर उस व्यक्ति को भी दिल्ली रेलवे स्टेशन से हिरासत में लेकर सभी छह लोगों को एटीएस मुख्यालय लखनऊ ले आकर विस्तृत पूछताछ की गई। पूछताछ के बाद इस गिरोह के तीन व्यक्तियों को गिरफ्तार कर लिया गया।
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तीनों के खिलाफ लखनऊ के एटीएस थाने में धोखाधड़ी, दस्तावेजों में हेराफेरी, फर्जी दस्तावेजों का निर्माण, इलेक्ट्रॉनिक कूटरचित अभिलेख का उपयोग और साजिश आदि की धाराओं में मामला दर्ज किया गया है। इस गिरोह के एक अन्य व्यक्ति के बारे में जानकारी हासिल हुई जिसकी गिरफ्तारी के लिए टीम लगाई गई है। एटीएस के अनुसार इस पूछताछ के दौरान म्यांमार निवासी दो लड़कियों जिनकी उम्र 16 और 18 वर्ष बताई गई है उनको आशा ज्योति केंद्र, लखनऊ में भेज दिया गया है।
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