Video: पेशी पर ले गए 37 अरब की ठगी के आरोपी को UP Police करा रही थी अय्याशी, 6 पुलिसकर्मी सस्पेंड

नोएडा में सोशल ट्रेडिंग के नाम पर 37 अरब की ऑनलाइन ठगी के आरोपी अनुभव मित्तल सेक्टर 121 में क्लियो काउंटी अपार्टमेंट के क्लब में लखनऊ पुलिस के साथ पार्टी करते नजर आया, लखनऊ पुलिस उसकी पत्नी को ब्यूटी पार्लर में ले जाकर फेसियल भी करा रही थी इस वीवीआईपी ट्रीटमेंट का वीडियो जैसे ही सोशल मीडिया पर वायरल हुआ, नोएडा से लखनऊ तक हड़कंप मच गया, यूपी पुलिस ने बिना कोई देरी किये जिम्मेदार 6 पुलिसकर्मियों को तत्काल प्रभाव से निलंबित कर दिया है.


जिस वक्त अनुभव लखनऊ पुलिस के साथ पार्टी करने में मशगूल था तभी वहां मौजूद लोगों ने उसको पहचान लिया. जिसके बाद लोग उससे अपने ठगे हुए पैसे को वापस देने का समय पूछने लगे. लोगों ने इस पूरे मामले का वीडियो बना लिया. जो कि सोशल मीडिया पर तेजी से वायरल हो रहा है. यह वीडियो सोमवार को लिया गया, जब आरोपी अनुभव लखनऊ पुलिस के साथ रेस्टोरेंट में मौजूद था. इसके बाद निवेशकों ने उनको पकड़ कर पुलिस को 100 नंबर पर सूचना दी. इसके बाद पुलिस को मामले की जानकारी हुई थी. एसएसपी ने पुलिसकर्मियों के इस कृत्य की शिकायत एसएसपी लखनऊ से की.


दरअसल, अनुभव मित्तल, उसकी पत्नी आयुषि व सुनील कुमार मित्तल पर फरीदाबाद की एक कोर्ट में मामला चल रहा है. लखनऊ से तीनों को पुलिस अभिरक्षा में लाकर सोमवार को फरीदाबाद कोर्ट में पेश किया गया. यह जिम्मेदारी लखनऊ पुलिस लाइन में तैनात कांस्टेबल राजन सिंह, रमेश कुमार, अरुण कुमार, अरुण, सुशीला व प्रीति को सौंपी गई थी. पुलिसकर्मी अनुभव मित्तल के प्रभाव में आ गए. इसके बाद पुलिसकर्मी लखनऊ जाने की बजाय वीआइपी ट्रीटमेंट देने के लिए उन्हें लेकर सेक्टर-121 स्थित क्लिओ काउंटी सोसायटी पहुंचे गए थे.


हालांकि नोएडा पुलिस ने भी इस मामले को रफा दफा करने का पूरा काम किया. हालांकि इस मामले की जांच करने की जगह नोएडा पुलिस ने सभी आरोपियों को लखनऊ के लिए रवाना कर दिया. वहीं इस मामले को लेकर डीजी कानून व्यवस्था आनंद कुमार ने आज तक से कहा कि 6 पुलिसकर्मियों को सस्पेंड किया जा चुका है. घोटालेबाज मित्तल को ऐश कराने वाले सस्पेंड पुलिसकर्मी में 4 पुरुष और 2 महिला सिपाही है. पेशी पर लाने वाले ये सभी पुलिसकर्मी लखनऊ पुलिस के हैं. सस्पेंड करने के अलावा इस मामले की जांच के आदेश भी दिए गए हैं.


जानें पूरा मामला

फरवरी 2017 में यूपी एसटीएफ ने दिल्ली से सटे नोएडा में सोशल ट्रेडिंग के नाम पर 37 अरब की ऑनलाइन ठगी के बड़े मामले का खुलासा किया था. एसटीएफ ने सबसे पहले इस ठग रैकेट के सरगना अनुभव मित्तल समेत तीन लोगों को गिरफ्तार किया था. साथ ही कंपनी का बैंक अकाउंट भी एसटीएफ ने सीज करा दिया है, जिसमें 500 करोड़ की धनराशि जमा है. ये लोग नोएडा के सेक्टर 63 में अब्लेज़ इन्फ़ो सोल्यूशंस प्राइवेट लिमिटेड के नाम से एक कंपनी चला रहे थे. जिसने करीब 7 लाख लोगों से एक पोंजी स्कीम के तहत 3700 करोड़ से ज्यादा की रकम इनवेस्टमेंट के नाम पर ऑनलाइन ली थी. इस कंपनी ने socialtrade.biz नाम से अपनी एक वेबसाइट बनाई थी. इस पोर्टल से जुड़ने वाले को 5750 रूपये से 57,500 रुपये तक कंपनी के अकाउंट में जमा कराने होते थे. उसके बदले पोर्टल के हर सदस्य को हर क्लिक पर 5 रुपये घर बैठे मिलते थे. इस केस में कई बैंक मैनेजर और अन्य लोग भी गिरफ्तार किए गए हैं.


वहीं इस पूरे मामले पर नोएडा एसएसपी वैभव कृष्णा का कहना है कि इस मामले से नोएडा पुलिस का कोई लेना-देना नहीं है. लखनऊ पुलिस अनुभव मित्तल, उसकी पत्नी समेत तीन लोगों को कोर्ट में पेशी पर लाई थी. पुलिसकर्मी आरोपियों के प्रभाव में आकर उन्हें सोसायटी लेकर आए और सभी ने रेस्त्रां में लंच किया था. इस संबंध में अनुशासनात्मक कार्रवाई को लेकर लखनऊ के एसएसपी को रिपोर्ट भेजी गई है, आगे की कार्रवाई लखनऊ से ही की जाएगी.


लखनऊ पुलिस के एक अधिकारी ने बताया, “मामला प्रकाश में आने के बाद दो महिला पुलिसकर्मी समेत छह कांस्टेबल को निलंबित कर दिया गया है और मामले में जांच के आदेश दिए गए हैं.” अधिकारी ने कहा कि मित्तल को उत्तर प्रदेश पुलिस के विशेष कार्य दल (एसटीएफ) ने फरवरी 2017 में गिरफ्तार किया था. उस पर एक ऑनलाइन पोर्टल के जरिए करीब सात लाख लोगों से 3,700 करोड़ रुपये की धोखाखड़ी करने का आरोप है.



Also Read: ग्रेटर नोएडा: अदालत परिसर के भीतर वकीलों ने सिपाही को मारते-मारते फाड़ डाली वर्दी, अन्य पुलिसकर्मियों ने बचाया


( देश और दुनिया की खबरों के लिए हमें फेसबुक पर ज्वॉइन करें, आप हमें ट्विटर पर भी फॉलो कर सकते हैं. )