सोशल मीडिया पर एक वीडियो तेजी से वायरल हो रहा है, जिसमें कुछ महिलाएं बारिश में भीगते हुए खाद के लिए लाइन में खड़ी नजर आ रही हैं , वो भी सिर्फ दो बोरी खाद पाने के लिए। बताया जा रहा है कि ये वीडियो उत्तर प्रदेश के गोंडा और अयोध्या जिलों का है। अमर उजाला की एक रिपोर्ट के मुताबिक, सीमा से सटे क्षेत्रों में तस्करी का धंधा भी जोरों पर चल रहा है। तस्कर यहां से खाद लेकर उसे नेपाल में 10 गुना ज्यादा कीमत पर बेच रहे हैं। वहीं दूसरी ओर आज, योगी सरकार का दावा है कि प्रदेश में उर्वरकों की कोई कमी नहीं है और किसानों के लिए पर्याप्त मात्रा में खाद उपलब्ध है।
अधिकतर सीमान्त ज़िले जैसे पीलीभीत, लखीमपुर, बहराइच, गोंडा, बलरामपुर, सिद्धार्थनगर, श्रावस्ती और अन्य में यूरिया और खाद पड़ोसी देश नेपाल भेजी जा रही है और दुगुने तिगुने दामों में बिक रही है।
संबंधित विभाग और ज़िले के उच्च अधिकारी आँखें बंद किए बैठे हैं, शायद ऊपर से नीचे तक सबका… pic.twitter.com/Kgyjhvq5bx— Yasar Shah (@yasarshah_SP) August 19, 2025
सरकार का दावा
योगी आदित्यनाथ सरकार ने स्पष्ट किया है कि प्रदेश में उर्वरकों की कोई कमी नहीं है और किसानों के लिए पर्याप्त मात्रा में खाद उपलब्ध है। सरकार ने किसानों से अपील की है कि वे अनावश्यक भंडारण न करें और सिर्फ उतनी ही खाद लें जितनी उन्हें ज़रूरत हो।
कृषि विभाग के अनुसार:
2024 खरीफ सत्र में अब तक 42.64 लाख मीट्रिक टन खाद की बिक्री हो चुकी है, जो पिछले वर्ष (36.76 लाख मीट्रिक टन) से अधिक है।
यूरिया, डीएपी, एनपीके, एमओपी, और एसएसपी सभी प्रकार की खादों का वितरण इस साल अधिक हुआ है।
18 अगस्त तक उर्वरक उपलब्धता
- यूरिया: 37.70 लाख मी. टन में से 31.62 लाख मी. टन खरीदी जा चुकी है।
- डीएपी: 9.25 लाख मी. टन में से 5.38 लाख मी. टन।
- एनपीके: 5.40 लाख मी. टन में से 2.39 लाख मी. टन।
मुख्यमंत्री ने प्रशासन को सख्त निर्देश दिए हैं कि वे नियमित निरीक्षण करें, किसानों से संवाद स्थापित करें, और समस्याओं का समय पर समाधान करें।
खाद के लिए कतारों में खड़े किसान, वीडियो वायरल
सरकारी आंकड़ों से इतर, गोंडा, सिद्धार्थनगर, अयोध्या और नेपाल सीमा से सटे अन्य जिलों में किसानों को खाद के लिए घंटों कतारों में खड़ा रहना पड़ रहा है।
गोंडा में महिलाओं की भीड़ और प्रशासन की लापरवाही
माधवगंज सहकारी समिति पर भारी भीड़ देखने को मिली, जहां सैकड़ों महिलाएं घंटों तक खाद के लिए लाइन में खड़ी रहीं। सोशल मीडिया पर वायरल वीडियो में SHO द्वारा महिलाओं को धक्का देने की घटना सामने आई है, जिससे जनता का गुस्सा और भड़क गया है।
नेपाल में बिक रही भारतीय खाद
सीमा से सटे इलाकों में तस्करी का खेल जोरों पर है। खाद की तस्करी कर उसे नेपाल में 10 गुना कीमत पर बेचा जा रहा है। भारत में 266.50 रुपये में मिलने वाली यूरिया की एक बोरी, नेपाल में 1500 से 2000 रुपये में बेची जा रही है।कृषि मंत्री सूर्य प्रताप शाही ने सिद्धार्थनगर पहुंचकर कार्रवाई की चेतावनी दी है, लेकिन तस्करी पर अभी तक पूरी तरह से रोक नहीं लग सकी है।
विपक्ष ने उठाए सवाल
समाजवादी पार्टी ने उठाया सवाल
खाद की किल्लत के आगे बेबस यूपी के किसान !
गोंडा में खाद लेने के लिए भारी बरसात के बीच महिला किसान लाइनों में लगीं, अत्यंत शर्मनाक दृश्य।
मुख्यमंत्री योगी की विफलता के कारण जूझ रहा यूपी का अन्नदाता, कैसे सुधरेगी अर्थव्यवस्था?
सपा की सरकार बनने पर ही किसान होगा खुशहाल। pic.twitter.com/9oQOJJDE4i
— Samajwadi Party (@samajwadiparty) August 20, 2025
समाजवादी पार्टी ने एक्स पर लिखा ,खाद की किल्लत के आगे बेबस यूपी के किसान !गोंडा में खाद लेने के लिए भारी बरसात के बीच महिला किसान लाइनों में लगीं, अत्यंत शर्मनाक दृश्य।मुख्यमंत्री योगी की विफलता के कारण जूझ रहा यूपी का अन्नदाता, कैसे सुधरेगी अर्थव्यवस्था?सपा की सरकार बनने पर ही किसान होगा खुशहाल।
तीन कृषि अधिकारी निलंबित
खाद आपूर्ति समेत कई मामलों में अनियमितताओं की शिकायतों के बाद कार्रवाई तेज हो गई है। सीतापुर के जिला कृषि अधिकारी मंजीत कुमार सिंह पहले ही निलंबित हो चुके थे, जिसके बाद बलरामपुर के प्रकाश चंद्र विश्वकर्मा और अब श्रावस्ती के अशोक प्रसाद मिश्र को भी निलंबित कर दिया गया है।
अखिलेश यादव ने उठाया सवाल
कह गये… ऐसा भाजपाई कलियुग आएगा… कृषक खाएगा लाठी-डंडा… खाद का संकट गहरायेगा।#अयोध्या_खाद_किल्लत pic.twitter.com/BfzexBYyPn
— Akhilesh Yadav (@yadavakhilesh) August 19, 2025
अखिलेश यादव ने सरकार पर हमला करते हुए एक्स पर पोस्ट कर लिखा, कह गये… ऐसा भाजपाई कलियुग आएगा… कृषक खाएगा लाठी-डंडा… खाद का संकट गहरायेगा।
यासर शाह ने उठाया सवाल
अधिकतर सीमान्त ज़िले जैसे पीलीभीत, लखीमपुर, बहराइच, गोंडा, बलरामपुर, सिद्धार्थनगर, श्रावस्ती और अन्य में यूरिया और खाद पड़ोसी देश नेपाल भेजी जा रही है और दुगुने तिगुने दामों में बिक रही है।
संबंधित विभाग और ज़िले के उच्च अधिकारी आँखें बंद किए बैठे हैं, शायद ऊपर से नीचे तक सबका… pic.twitter.com/Kgyjhvq5bx— Yasar Shah (@yasarshah_SP) August 19, 2025
यासर शाह ने एक्स पोस्ट कर लिखा, अधिकतर सीमान्त ज़िले जैसे पीलीभीत, लखीमपुर, बहराइच, गोंडा, बलरामपुर, सिद्धार्थनगर, श्रावस्ती और अन्य में यूरिया और खाद पड़ोसी देश नेपाल भेजी जा रही है और दुगुने तिगुने दामों में बिक रही है। संबंधित विभाग और ज़िले के उच्च अधिकारी आँखें बंद किए बैठे हैं, शायद ऊपर से नीचे तक सबका उद्धार हो चुका है। कोई शिकायत करता है तो उसके ऊपर उल्टे कार्यवाही कर के मुक़दमा लिखवा दिया जाता है।
किसानों के हितों की रक्षा करे सरकार और तत्काल कार्यवाही करे।
क्या वाकई में खाद की कमी नहीं ?
जहाँ एक तरफ सरकार आंकड़ों के आधार पर खाद की पर्याप्त उपलब्धता का दावा कर रही है, वहीं दूसरी ओर कई जिलों में किसानों को परेशानियों का सामना करना पड़ रहा है। तो क्या वाकई में प्रदेश में खाद की कोई कमी नहीं?