कमलेश तिवारी हत्याकांड (Kamlesh Tiwari Murder Case) के मुख्य आरोपियों अशफाक हुसैन शेख और मोइनुद्दीन खुर्शीद पठान को शरण देने वाले बरेली की दरगाह आला हजरत (Dargah Ala Hazrat) पर नात पढ़ने वाले कैफी अली को यूपी पुलिस ने बृहस्पतिवार देर शाम गिरफ्तार कर लिया. उस पर हत्या के बाद लखनऊ से बरेली पहुंचे दोनों हत्यारों को भगाने में मदद करने समेत कई आरोप हैं. पुलिस पूछताछ में हत्यारों ने कई चौंकाने वाले खुलासे किए.
आरोपियों ने पूछताछ में बताया बरेली में आसिम ने उसकी मदद कराई. मददगार होने आला हजरत की दरगाह ले गया जहां सैय्यद कैफी अली रिजवी (Bareilly Maulana Sayyed Kaifi Ali Rizvi) बतौर मौलाना कार्यरत है. इससे पूर्व अशफाक एक बार इस दरगाह में जा चुका था. मौलाना कैफी अली की शह पर ही 28 अक्टूबर की रात दोनों दरगाह की छत पर ही सोए थे. अगले दिन 19 अक्टूबर को उन्होंने बरेली के कादरी होटल में 2 घंटे के लिए एक कमरा बुक कराया. इस दौरान आसिम से बात होती रही. आसिम ने मदद के लिए किसी को भेजने के लिए कहा था. हालांकि कोई व्यक्ति नहीं आया. जिसके बाद दोनों दरगाह वापस चले गए.
अशफाक ने बताया कि मोइनुद्दीन के पीलीभीत में कुछ लोगों से संपर्क था. वह पीलीभीत जाने के लिए बस से पलिया पहुंचे और वहां से टैक्सी करके नेपाल चले गए .दोनों ने नेपाल में एक रात गुजारी. उनके पास मोबाइल फोन नहीं था जिसके चलते वह किसी से संपर्क नहीं कर पा रहे थे. पैसे खत्म होने पर दोनों बॉर्डर पार करके वापस आए और शाहजहांपुर पहुंचे रास्ते में टैक्सी कार के चालक के मोबाइल फोन से ही पत्नी व अन्य लोगों से बातचीत की, इसके बाद शाहजहांपुर से ट्रेन से पुरानी दिल्ली गए. 21 अक्टूबर की सुबह करीब 8 बजे दोनो दिल्ली पहुंचे और अहमदाबाद जाने के ट्रेन के बारे में पूछताछ की.
एटीएस की हिरासत में लिए गए 26 वर्षीय मौलाना सैय्यद कैफी अली रिजवी दरगाह से लेकर बड़ी-बड़ी कॉन्फ्रेंस में अपने नातिया कलाम पढ़कर युवाओं को दीवाना बनाता है. देश-विदेश से लेकर यूट्यूब और सोशल मीडिया पर उसके नातिया कलाम की धूम है. एटीएस मौलाना के पाकिस्तान में कराची से लेकर बगदाद तक के कनेक्शन खोजने में लगी है. कमलेश तिवारी हत्याकांड के साजिशकर्ता और सूत्रों से संपर्क के बाद लगातार पूछताछ की जा रही है.
मौलाना कैफी अली नातिया कलाम पढ़ता है युवाओं में उसके नथिया कलाम की दीवानगी है. बरेली से लेकर विदेशों तक नातिया कलाम पढ़ने जाता है. 3 साल पहले व उमरा करने के लिए मक्का गया था. 2 साल पहले पाकिस्तान के कराची में अपनी बहन के पास गया था. सोमवार रात को ही शहर के एक खास शादी समारोह में उसने नातिया कलाम पड़ा था. वह नातिया कलाम के प्रोग्राम के सिलसिले में बगदाद जाने की तैयारी में था. इससे पहले ही कमलेश तिवारी हत्याकांड में साजिशकर्ता सूत्रों की मदद के आरोप के रूप में मौलाना पकड़ा गया. सूरत के साजिशकर्ता के संपर्क में मौलाना कैसे आया, उसकी क्या बातचीत हुई उन्होंने किस तरह से मदद की. इसका पता लगाया जा रहा है कि उसके साथ बरेली में और कौन कौन लोग शामिल हैं. एटीएस पूरे नेटवर्क को खंगालने में जुटी है.
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