राजधानी लखनऊ (Lucknow) के इंदिरानगर थाने में एक महिला ने अपने पति हसनैन अशरफ (Hasnain Ashraf) और सास के खिलाफ दहेज प्रताड़ना और विधि विरूद्ध धर्म संपरिवर्तन अधिनियम की धाराओं में मुकदमा दर्ज कराया है। महिला ने पुलिस को बताया कि विदेशियों की मदद से जबरन धर्म परिवर्तन (Conversion कराया जाता है, इसमें मेरा पति भी शामिल है। वह कई युवतियों का धर्मांतरण भी करा चुका है।
सूत्रों से मिली जानकारी के अनुसार, इंदिरानगर निवासी महिला की शादी साल 2019 में कर्नाटक निवासी सैयद हसनैन अशरफ से हुई थी, जो दरगाह खानकाहे अशरफिया हुसनीया कुतबे कर्नाटक के सज्जादानशीन हैं। महिला के मुताबिक, निकाह के बाद से ही हसनैन उसे शारीरिक यातनाएं देता था। आरोपी ने कई बार दूसरे धर्म की महिलाओं से दोस्ती कर उन्हें धर्मांतरण के लिए तैयार करने का दबाव डाला था।
महिला ने बताया कि इस काम में हसनैन के साथ कई विदेशी भी शामिल हैं। पीड़िता ने बताया कि पति की बात नहीं मानने पर उसके साथ मारपीट की जाती थी। हसनैन ने पत्नी को भी कट्टरपंथियों से मिलाते हुए जिहाद के लिए उकसाया था, लेकिन वह इस रास्ते पर जाने को तैयार नहीं हुई।
पीड़िता ने बताया कि गर्भवती होने पर हसनैन ने अल्ट्रासाउंड कराया था, जिससे महिला की कोख में बेटी होने की बात सामने आई। इसका पता चलने पर हसनैन ने गर्भपात कराने का दबाव बनाया था। उसने 2 लोगों को बुलाकर जबरन गर्भपात कराने की कोशिश भी की थी।
पीड़िता के ऐतराज जताने पर उसके साथ मारपीट करते हुए दहेज में 25 लाख रुपए लाने का दबाव डाला गया। इतना ही नहीं, लंदन में रहने वाले महिला के भाई से भी साढ़े सात लाख रुपए वसूले गए थे। वहीं, बचे हुए रुपए नहीं मिलने पर हसनैन ने मां शादिया के साथ मिलकर महिला को घर से निकाल दिया था। मायके आने के बाद महिला ने बेटी को जन्म दिया।
इस बीच हसनैन ने रिचा पाहवा नाम की युवती से शादी कर ली, जिसका धर्म बदलकर रिचा से मादिहा नाम रख दिया। पीड़िता के अनुसार, अब रिचा पर भी हसनैन दूसरी युवतियों को धर्मांतरण के लिए तैयार करने का दबाव डाल रहा है। इस मामले में इंस्पेक्टर अजय त्रिपाठी ने बताया कि पीड़िता की तहरीर पर एफआईआर दर्ज कर जांच शुरू कर दी गई है।
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