बहुजन समाज पार्टी (बसपा) की अध्यक्ष मायावती ने केन्द्र की नरेन्द्र मोदी सरकार पर भीषण बाढ़ की तबाही से जूझ रहे केरल के साथ सौतेला बर्ताव करने का आरोप लगाते हुए इस आफत को ‘राष्ट्रीय आपदा’ घोषित करने की मांग की। मायावती ने एक बयान में कहा कि केरल के लाखों परिवार इस सदी की भीषण बाढ़ से बुरी तरह प्रभावित हुए हैं लेकिन केन्द्र की भाजपा सरकार इस गैर-भाजपा शासित राज्य के साथ सौतेला व्यवहार कर रही है। बसपा इसकी निन्दा करती है और मांग करती है कि केन्द्र सरकार इसे ‘राष्ट्रीय आपदा’ घोषित करके केरल के लोगों को राहत, सहायता देने तथा उनके पुनर्वास में सहयोग करे।
उन्होंने आरोप लगाया कि केन्द्र सरकार केरल की भीषण तबाही को ना तो राष्ट्रीय आपदा घोषित कर रही है और ना ही इस राज्य को अपने स्तर पर अतिरिक्त संसाधन जुटाने के लिए स्टेट जीएसटी के तहत उपकर लगाने की अनुमति देने के मामले में गंभीरता दिखा रही है। उन्होंने कहा कि यह केन्द्र की संकीर्ण राजनीति नहीं तो और क्या है। मायावती ने कहा कि केन्द्र सरकार की घोर उदासीनता और निष्क्रियता का ही परिणाम है कि केरल के मुख्यमंत्री को दुनिया भर में रहने वाले मलयाली लोगों से सहायता की अपील करनी पड़ी है। केरल के करीब 10 लाख परिवारों ने अपना घर-बार खो दिया है। वहां महाविपत्ति का माहौल है। उन्होंने कहा कि ऐसी घोर विपत्ति के समय में केन्द्र सरकार के साथ-साथ विभिन्न राज्यों की सरकारों को भी राजनीतिक संकीर्णता भुला कर आगे आना चाहिए। यही समय की कारूरत और मांग है।
मायावती ने कहा कि उत्तराखंड तथा उत्तर प्रदेश के कुछ इलाकों में भी बाढ़ से जन-जीवन प्रभावित है और इसके लिए इन राज्यों की भाजपा सरकारों को लापरवाही तथा उदासीनता के बजाय पूरी गंभीरता और तत्परता से काम करने की जरूरत है।
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