ऑनलाइन ठगी के मामले तो आये दिन सामने रहते हैं, लेकिन अब जो मामला सामने आया है वो हैरान करने वाला है. दरअसल, महोबा (Mahoba) जिले में तैनात पुलिस के एक दरोगा से 30 हजार रुपये ठगी कर लिए जाने की घटना से हड़कंप मचा है. ख़ास बात यह है कि ठगी करने वाले ने खुद डीजीपी कंट्रोल रूम में तैनात एएसपी बताया. जिससे दारोगा झांसे में आ गया और उसने फ़ौरन ही तीस हजार रूपये ट्रांसफर कर दिए. हालाँकि अब पुलिस घटना की जांच पड़ताल में जुट गई है.
ये था मामला
महोबा (Mahoba) की सदर कोतवाली की फतेहपुर बजरिया पुलिस चौकी में तैनात उप निरीक्षक स्वतंत्र गुप्ता ने बताया कि साइबर क्राइम के ठगों ने जिला मुख्यालय में पुलिस के कंट्रोल रूम पर फ़ोन किया था. जिसके बाद ठगों ने सीयूजी नम्बर पर फोन करके बात कराने को कहा तथा देरी होने पर उसे तत्काल रिटर्न फोन करने के लिए निर्देशित किया. डीजीपी दफ्तर से फ़ोन आने का नाम सुनकर हर तरफ हड़कम्प मच गया.
सीयूजी पर तैनात दारोगा स्वतंत्र देव गुप्ता ने जब वापस काल की तो उसे गोपनीय सूचना बताते हुए उसके इलाके से तस्करों द्वारा भारी मात्रा में अवैध दो नम्बर का सोना निकाले जाने की जानकारी दी और इसे पकड़े जाने के लिए मुखबिर को उत्साहित करने हेतु 30 हजार रुपये दिए जाने के निर्देश दिए. ओर अपराधियों ने धनराशि भेजने के लिए दरोगा को बैंक एकाउंट नंबर भी दिया. जिस पर दरोगा ने तत्काल ही अपने अकाउंट से पैसे ट्रांसफर कर दिए.
Also Read : मुज़फ्फरनगर : ऑनड्यूटी सड़क हादसे का शिकार हुए हेड कांस्टेबल की इलाज के दौरान मौत, परिवार में मचा कोहराम
जांच में जुटी सर्विलांस टीम
जब इस मामले में उसने अपने अफसरों को बताया तब उस नम्बर पर दोबारा फ़ोन करने की बात कही गयी. पैसे मिलने के बाद से ठगों का नम्बर स्विच ऑफ आने लगा. पुलिस अफसरों ने मामले में आनन-फानन में जांच पड़ताल शुरू कराई है तथा संबंधित फोन कॉल ओर बैंक एकाउंट को ट्रेस किया है. सर्विलांस सेल नबंर को ट्रेस कर हैकर की तलाश में जुट गई है.
( देश और दुनिया की खबरों के लिए हमें फेसबुक पर ज्वॉइन करें, आप हमें ट्विटर पर भी फॉलो कर सकते हैं. )