एनआईए की यूनिट ने वाराणसी के आईएसआईएस के एक सक्रिय सदस्य को गिरफ्तार किया है। खबरों की मानें तो एनआईए द्वारा गिरफ्तार किया हुआ बासित कलाम सिद्दीकी पुत्र कलाम अहमद सिद्दकी (24 वर्ष) देश में हिंसक जेहाद के लिए मुस्लिम समाज के युवाओं का ब्रेन वॉश कर उन्हें संगठन में भर्ती कर रहा था। एनआईए ने जब तलाशी ली तो कलाम के पास से कई आपत्तिजनक डॉक्यूमेंट्स बरामद हुए हैं। जिसके बाद पुलिस ने इसके लैपटॉप, मोबाइल और सभी कागजातों को जब्त कर लिया है।
तीन महीने तक ली ट्रेनिंग
जानकारी के मुताबिक, वाराणसी के रहने वाले बासित कलाम सिद्दीकी (24) को प्रतिबंधित आतंकवादी संगठन इस्लामिक स्टेट ऑफ इराक एंड सीरिया (ISIS) द्वारा आतंकवादी हिंसा के जरिए भारत के खिलाफ हिंसक जिहाद छेड़ने के लिए युवाओं को चरमपंथी बनाने और उन्हें भर्ती करने की साजिश से संबंधित एक मामले में गिरफ्तार किया गया।
कोटा जाकर इंजीनियरिंग की तैयारी करने वाला बासित वर्ष 2020 में कोरोना महामारी के कारण लगाए गए लॉकडाउन के दौरान ISIS की विचारधारा से प्रभावित हुआ। ऑनलाइन माध्यम से ही वह ISIS के बारे में 3 महीने तक गहन अध्ययन किया। फिर, उसने ISIS से जुड़ने का निर्णय लिया और आतंकियों का समर्थक बन गया।
खबर ये भी सामने आई है कि कलाम टेलीग्राम चैनल के जरिए आईईडी बनाने का प्रशिक्षण दे रहा था। उसके घर की तलाशी में एनआईए को आतंकी साहित्य के अलावा विस्फोटक तैयार करने संबंधी कई दस्तावेज भी मिले हैं। एनआईए ने कलाम के घर से मिले लैपटॉप और फोन को जब्त कर लिया है।
ब्लैक पाउडर बनाने की कर रहा था कोशिश
एक NIA प्रवक्ता ने जानकारी देते हुए बताया, अफगानिस्तान स्थित अपने ISIS आकाओं के निर्देश पर, वह विस्फोटक ‘ब्लैक पाउडर’ बनाने की कोशिश कर रहा था और आईईडी विस्फोटक बनाने के लिए घातक रासायनिक पदार्थों के उपयोग के संबंध में जानकारी प्राप्त कर रहा था।
कलाम सिद्दीकी का ISIS आकाओं के साथ करीबी संपर्क था और वह ‘वॉयस ऑफ खुरासान’ पत्रिका के जरिए ISIS के लिए प्रचार सामग्री तैयार करने, प्रकाशन और प्रसार में शामिल था।’ वह ISIS के ‘वॉयस ऑफ हिंद’ मॉड्यूल का ‘धुर चरमपंथी’ सदस्य था।
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