यूपी पुलिस ने अपराध पर रोकथाम के लिए नया तरीका अपनाया है. रात में गश्त के समय यूपी पुलिस की डायल 100 (UP 100 PRV) गाड़ी में एक नया सायरन बजेगा, जिससे “जागते रहो-जागते रहो”(Jagte Raho)की आवाज आएगी. प्रदेश की पुलिस ने इसका ट्रायल भी शुरू कर दिया है. प्रदेश की राजधानी लखनऊ की हजरतगंज पुलिस ने इस सायरन का प्रयोग शुरू किया है.
अभी तक आपने देर रात चौकीदार को लाठी-डंडे के साथ जागते रहो बोलते हुए देखा और सुना होगा, लेकिन यूपी में अब सड़क पर चौकीदार नहीं बल्कि पुलिस लोगों को जागते रहो कहती नजर आएगी. योगी की पुलिस अब खुद को आम जनता से जोड़ने के लिए अनोखा प्रयोग कर रही है. रात में गश्त के समय अब यूपी 100 की गाड़ियों में एक नया सायरन बजेगा, जिससे ‘जागते रहो- जागते रहो’ की आवाज आएगी.
शहरों में गश्त और नो हेलमेट, नो पेट्रोल के बाद लखनऊ पुलिस ने यह अनोखा तरीका खोज निकाला है. ट्रायल के रूप में हजरतगंज सर्किल की सभी गाड़ियों पर जागते रहो के सायरन लग गए हैं.लखनऊ पुलिस ने पायलट के तौर पर इस प्रोजेक्ट को शुरू किया है और इस जागते रहो सायरन से पूरे क्षेत्र में लोगों को जागरूक किया जा रहा है. यूपी पुलिस का मानना है कि नए सायरन के पहल से अपराध पर कुछ लगाम जरूर लगेगी.
पीआरपी वाहन की इस नई ट्यून के बारे में हजरतगंज के सीओ अभय मिश्रा ने बताया कि इस ट्यून को अभी हजरतगंज में पायलट प्रोजेक्ट के तौर पर शुरू किया गया है. इस ट्यून को पीआरवी वाहनों में रात में लोगों को सतर्क करने के लिए बजाया जाएगा. यह ट्यून चौकीदार की तरह से होगी, जैसे कि वह रात में लाठी पीटते हुए जागते रहो-जागते रहो कहते हुए इलाके में चौकसी रखते हैं. इसे हजरतगंज में पायलट प्रोजेक्ट के तौर पर शुरू किया गया है.
बता दें, यूपी पुलिस के तमाम दावों के बावजूद प्रदेश में अपराध का ग्राफ बढ़ रहा है. हालांकि पुलिस ने लगातार एनकाउंटर के जरिए अपराध और अपराधियों को कम करने का प्रयास किया है. हाल ही में पुलिस ने हिस्ट्रीशीटरों को भविष्य में अपराध से दूर रहने की शपथ दिलाने जैसे नयी पहल की शुरुआत भी की है. वहीं कई इनामी अपराधियों को हाल में एनकाउंटर के जरिए दबोचा गया है.
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