उत्तर प्रदेश में रामचरित मानस को लेकर शुरू हुआ विवाद (Ramcharit Manas Controversy) बढ़ता ही जा रहा है। राजधानी लखनऊ स्थित समाजवादी पार्टी कार्यालय (Samajwadi Party Office) के बाहर मंगलवार को एक होर्डिंग (Hoarding) लगाई गई है, जिसमें लिखा है, ‘गर्व से कहो हम शूद्र हैं।’
इस होर्डिंग को अखिल भारतीय कुर्मी क्षेत्रीय महासभा की ओर से लगाया गया है। पोस्टर पर संगठन के राष्ट्रीय महासचिव ने अपने नाम के आगे डॉ. शूद्र उत्तम प्रकाश सिंह पटेल लिखवाया है। महाराष्ट्र के रहने वाले डॉ. शूद्र उत्तम प्रकाश सिंह पटेल के पोस्टर के सबसे ऊपर दोनों कोनों पर जय शुद्र समाज लिखा है। इसके बाद 6743 जातियां बनाम शुद्र समाज का आंकड़ा लिखा है। फिर ‘गर्व से कहो हम शुद्र हैं’ का स्लोगन बड़े अक्षरों में लिखा है।
वहीं, इस होर्डिंग को लेकर सपा प्रवक्ता सुनील सिंह साजन ने कहा कि जब धर्मग्रंथों में लिखा है कि चार प्रमुख वर्ग हैं। पहला क्षत्रिय, दूसरा ब्राह्मण, तीसरा वैश्य और चौथा शूद्र…तो इसमें शूद्र होने पर गर्व करने में कौन सी दिक्कत है।
इससे पहले रविवार की शाम करहल पहुंचे अखिलेश यादव ने कहा था कि वह सदन में मुख्यमंत्री योगी से पूछेंगे कि वे शूद्र हैं या नहीं। उन्होंने कहा था कि वो या फिर सपा श्रीराम और रामचरित मानस के खिलाफ नहीं हैं, लेकिन रामचरित मानस में जो लिखा है, उसे नकारा नहीं जा सकता है।
यही नहीं, मंगलवार को राष्ट्रीय महासचिव स्वामी प्रसाद मौर्य का बचाव करते हुए सपा चीफ अखिलेश यादव ने कहा कि वह सीएम योगी आदित्यनाथ से विधानसभा में इस महाकाव्य की एक चौपाई में इस्तेमाल किए गए ‘ताड़ना’ शब्द की व्याख्या पूछेंगे।
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