राजधानी लखनऊ (Lucknow) में अब भू-माफिया (Land Mafia) की संपत्तियों की रजिस्ट्री (Registry of Properties) पर रोक लग जाएगी। साथ ही, इनकी ओर से बेचे जा रहे भवनों व भूखंडों का दाखिल खारिज भी नहीं होगा। ऐसा इसलिए क्योंकि लखनऊ विकास प्राधिकरण के सचिव (Secretary of LDA) पवन कुमार गंगवार ने जिलाधिकारी को पत्र लिखकर रजिस्ट्री व दाखिल खारिज पर तत्काल रोक लगाने की बात कही है।
राजधानी में टाउनशिप विकसित कर रहे भू-माफिया
दरअसल, राजधानी में कई भू-माफिया अवैध तरीके से टाउनशिप विकसित कर रहे हैं। यह लोगों को गुमराह कर मकान और प्लॉट बेच रहे हैं। इन पर सख्ती के लिए ही एलडीए भूमाफिया पर दोहरी कार्रवाई करने जा रहा है। जिन भू-माफिया और प्रॉपर्टी डीलरों ने यूपी रेरा में पंजीकरण नहीं कराया है और टाउनशिप विकसित कर रहे हैं, उन पर भी रोक लगाई जाएगी।
एलडीए सचिव पवन कुमार गंगवार ने डीएम को लिखे पत्र में कहा कि अर्जित भूमि पर भी कुछ भूमाफिया अवैध कब्जा कर कॉलोनी विकसित कर रहे हैं। उन्होंने प्राधिकरण से मानचित्र तक स्वीकृत नहीं कराया है। रेरा में रजिस्ट्रेशन भी नहीं है। बिना स्वामित्व प्राप्त किए ही रजिस्ट्री की जा रही है। इस पर तत्काल अंकुश लगाया जाए।
सबसे पहले कार्रवाई जिला बदर भू-माफिया दिलीप बाफिला पर
अभी 2 दिन पहले जिला बदर किए गए भू-माफिया दिलीप बाफिला के खिलाफ सबसे पहले कार्रवाई होगी। गोमती नगर विस्तार के मखदुमपुर के खसरा संख्या 25, 26, 39, 40, 41, 45, 54, 55, 58 और 289 का अधिग्रहण एलडीए ने साल 2000 व 2001 में किया था। इसका कब्जा भी प्राधिकरण को मिल गया था। जमीन एलडीए की हो गई थी। बाद में भू माफिया दिलीप बाफिला की सोसाइटी बहुजन निर्बल वर्ग सहकारी गृह निर्माण समिति ने इसकी जमीनों में खेल किया।
साल 2015 में तत्कालीन एलडीए उपाध्यक्ष सत्येंद्र सिंह ने ग्रीन बेल्ट की भूमि का भूउपयोग बदलकर भू माफिया दिलीप बाफिला को गोमती नगर विस्तार में प्राइम लोकेशन की जमीन दे दी। भू माफिया से इस जमीन को लेकर विवाद चल रहा है। लेकिन उसने इस जमीन पर प्लॉट काटकर बेचना शुरू कर दिया है।
प्राधिकरण इस जमीन पर अपना स्वामित्व बता रहा है जबकि भूमाफिया दिलीप बाफिला लोगों को प्लॉट काटकर बेच रहा है। कुछ लोग इस पर निर्माण भी करा रहे हैं। एलडीए सचिव पवन कुमार गंगवार ने इस मामले में जिलाधिकारी को पत्र लिखा है। भू माफिया दिलीप बाफिला की ओर से बेचे जा रहे भूखंडों की रजिस्ट्री तत्काल रोकने को कहा है। दाखिल खारिज पर ही रोक लगाने को कहा है।
एलडीए की कार्रवाई से दहशत में भू-माफिया
लखनऊ विकास प्राधिकरण (एलडीए) भू-मापिया के खिलाफ खुद कार्रवाई कर रहा है। कई जगह भू-माफिया के कब्जे से जमीन खाली कराई गई है। बसंत कुंज योजना और चिनहट में भी भू-माफिया के कब्जे से जमीन खाली कराने की योजना है। एलडीए उपाध्यक्षखुद इसकी समीक्षा कर रहे है। बसंत कुंज में भू-माफिया के कब्जे में प्राधिकरण की करीब 100 एकड़ जमीन फंसी हुई है। इस जमीन को भी खाली कराने की तैयारी है।
वहीं, चिनहट में प्राधिकरण की जमीन पर कब्जा कर कॉम्प्लेक्स खड़ा कर दिया गया है। एलडीए उपाध्यक्ष ने इसे भी ध्वस्त करने का निर्देश दिया है। प्राधिकरण की कार्रवाई से भू-माफिया दहशत में आ गए हैं। पवन कुमार गंगवार ने बताया कि भू माफिया की संपत्तियों की रजिस्ट्री रोकने के लिए जिलाधिकारी को पत्र लिखा गया है। जो रजिस्ट्री और दाखिल खारिज भूमाफिया कर रहे हैं उसे रुकवाया जा रहा है।
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