मोहन भागवत बोले- लड़ना नहीं अब अड़ना है, बहुत हुआ धैर्य.. हमें अब राम मंदिर चाहिए

2019 लोकसभा चुनाव सिर पर है और देश में एक बार फिर राम मंदिर मुद्दा गरमाया हुआ है. अयोध्या में शिवसेना और विश्व हिन्दू परिषद की धर्म सभा के चलते माहौल गर्म है. इसी बीच नागपुर से आरएसएस प्रमुख मोहन भागवत ने मोदी सरकार पर राम मंदिर निर्माण के लिए दबाव बनाने की कोशिश की है.

 

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लड़ना नहीं अब अड़ना होगा 

विश्व हिंदू परिषद की हुंकार रैली को संबोधित करते हुए उन्होंने साफ कहा कि अब धैर्य नहीं निर्णायक आंदोलन का वक्त आ गया है. मंदिर के मसले पर लड़ना नहीं है लेकिन अड़ना है. एक साल पहले मैंने कहा था कि धैर्य रखना लेकिन अब धैर्य नहीं रखना है बल्कि जन जागरण करना है और यह जन जागरण तब तक करना है जब तक मंदिर न बन जाए.

 

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सुप्रीम कोर्ट पर साधा निशाना 

कोर्ट पर निशाना साधते हुए भागवत ने कहा कि न्यायपूर्ण बात यही होगी कि जल्द मंदिर बने, लेकिन यह कोर्ट की प्राथमिकता में नहीं है तो सरकार सोचे कि मंदिर बनाने के लिए कानून कैसे आ सकता है. उन्होंने कहा जनहित के मामले टालते रहने का कोई अर्थ नहीं है. नीचे मंदिर था, यह खोदकर देखा जा चुका है. निर्णय आ गया कि मंदिर तोड़ कर ढांचा बना था. सत्य और न्याय को अगर आप टालते चले गए और टालते ही रहना है तो मेरी एक प्रार्थना है कि justice delayed is justice denied यह संस्थानों में सिखाना नहीं चाहिए, इसे निकाल देना चाहिए.

 

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बाबर को मुसलमानों से जोड़ना गलत 

मोहन भागवत ने कहा कि बाबर को मुसलमान से जोड़ना गलत है. मामला न्यायालय में गया है लेकिन यह कोर्ट की प्राथमिकता में है ही नहीं. जनहित के मामले टालते रहने से क्‍या होगा. जांच में पाया गया कि नीचे मंदिर था. समाज केवल कानून से नही चलता समाज को भी समझना पड़ता है.

 

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