VIDEO: चीते की चाल बाज की नजर और धोनी की रफ्तार पर संदेह नहीं करते, ये कभी भी मात दे सकती है

ऑस्ट्रेलिया के बाद न्यूजीलैंड को उसी की धरती पर धूल चटाकर भारतीय टीम ने एक बार फिर विदेशी धरती पर अपना लोहा मनवा लिया है. भारत ने यहां मेजबान न्यूजीलैंड को वन-डे सीरीज में 4-1 से मात देकर विश्व में अपनी बादशाहत कायम रखी. आखरी वनडे में काफी कुछ ऐसा हुआ जो बरसों याद रहेगा, लेकिन एक चीज ऐसी हुई जिसने फिर से यह साबित कर दिया की विकेट के पीछे धोनी से ज्यादा तेज कोई नहीं है. हालांकि, इस मैच में धोनी का बल्ला खामोश रहा. लेकिन एक बार फिर उन्होंने साबित कर दिया कि क्यों वे टीम के सबसे बड़े मैच विनर हैं.


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बल्ले से कुछ कमाल न दिखा पाने के बाद धोनी ने विकेट के पीछे ऐसी फुर्ती दिखाई जो टीम को जीतने में कारगार साबित हुई. मेजबान भले यह मैच हार गई हो लेकिन यह मुकाबला कांटे का था. क्रीज पर मेजबान टीम की ओर से जेम्स नीशाम और मिचेल सैंटनर खुलकर शॉट खेलने लगे थे. दोनों के बीच 41 रन की अहम साझेदारी भी हो चुकी थी. ऐस में टीम को हर हाल में विकेट की दरकार थी. ऐसे में सभी गेंदबाजों की पिटाई होता देख कप्तान रोहित शर्मा ने एक बार फिर पार्ट टाईम बॉलर केदार जाधव पर भरोसा जताया.



इस मैच में पहले ही कीवी कप्तान केन विलियमसन को निपटा चुके जाधव ने 36वें जिम्मेदारी संभाली और इस ओवर की पहली गेंद पर एक रन चुराने के बाद सैंटनर ने स्ट्राइक नीशाम को दी. दूसरी गेंद पर नीशाम ने स्वीप खेलने का प्रयास किया. गेंद की लाइन को वह पूरी तरह मिस कर गए और गेंद सीधे उनके पैड से जा टकराई. मामला करीबी था, तो केदार जाधव के साथ-साथ धोनी भी LBW आउट की अपील मांगने लगे.


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ऐसे में धोनी यह गेंद को अपने दस्ताने में क्लेक्ट नहीं कर पाए थे. यह देख नीशाम को लगा कि धोनी अपील के चलते बॉल से नजरें हटा चुके हैं, जबकि धोनी अपील के साथ-साथ गेंद की ओर भी खिसक रहे थे. जाधव और धोनी की अपील का अंपायर पर कोई प्रभाव नहीं हुआ और अंपायर ने LBW की यह अपील ठुकरा दी, इस बीच नीशम चतुराई दिखाना चाह रहे थे और वह रन चुराने की कोशिश में बाहर निकल पड़े.


आईसीसी ने कहा, ”जब धोनी क्रीज के पीछे हों, तो भूलकर भी अपनी क्रीज नहीं छोड़ते’

नॉन स्ट्राइक पर खड़े मिचेल सेंटनर ने नीशाम को रोकना चाहा. मगर जब तक नीशाम संभल पाते धोनी ने अपनी चतुराई दिखाते हुए उनके क्रीज छोड़ते ही गिल्लियां बिखेर दीं और अब रन आउट की अपील मांग ली. बाद में थर्ड अंपायर ने अर्धशतक की ओर बढ़ रहे नीशाम को आउट करार दिया. नीशाम ने कीवी टीम की ओर से सर्वाधिक 32 बॉल पर 44 रन (4 चौके और 2 छक्के) बनाए. यह सातवां झटका लगते ही मेजबान टीम ताश के पत्तों की तरह बिखर गई. कीवी टीम ने यह मैच 35 रन से गंवा दिया. धोनी की इस फुर्ती की तारीफ आईसीसी ने भी ट्वीट कर की है. आईसीसी ने अपने ट्वीट में लिखा, ‘जब धोनी क्रीज के पीछे हों, तो भूलकर भी अपनी क्रीज नहीं छोड़ते.’



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