उत्तर प्रदेश में 20 नवंबर को विधानसभा उपचुनाव के लिए मतदान होने हैं। प्रचार अभियान अपने अंतिम चरण में है। इसी बीच समाजवादी पार्टी के प्रमुख अखिलेश यादव (Akhilesh Yadav) ने मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ (CM Yogi Adityanath) और भाजपा पर तीखा हमला बोला। उन्होंने भाजपा के डबल इंजन सरकार और नारों पर कटाक्ष करते हुए कहा कि भाजपा के नारे आपस में टकरा रहे हैं और उनके सहयोगी भी उनसे दूरी बना रहे हैं।
‘भाजपा का हर नारा निगेटिव’
अखिलेश यादव ने हिंदुस्तान टाइम्स लीडरशिप समिट में बोलते हुए कहा, ‘भाजपा के नारे तोड़ने वाले हैं, जबकि हमारा उद्देश्य जोड़ने का है। उनके एक नारे में कहा जा रहा है ‘बंटेंगे तो कटेंगे’, तो दूसरे में ‘एक हैं तो सेफ हैं’। दोनों नारे एक-दूसरे के खिलाफ हैं। भाजपा का हर नारा नकारात्मक है। यहां तक कि एनडीए का ‘एन’ भी निगेटिव है।’
भाजपा की नकारात्मक राजनीति पर आरोप
अखिलेश ने भाजपा पर गंभीर आरोप लगाते हुए कहा कि ‘यह पार्टी नकारात्मक सोच वाली है। इनके लोग कुकर्म करने वालों को माला पहनाकर स्वागत करते हैं। प्रयागराज में अपने अधिकारों के लिए आंदोलन कर रही दिव्यांग बेटी की बैसाखी छीन ली गई। बीएचयू में गैंगरेप के आरोपी भाजपा के लोग हैं, उनका भी स्वागत किया जा रहा है।’
‘नकारात्मक राजनीति के कारण अयोध्या में हारी भाजपा’
अखिलेश यादव ने दावा किया कि मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ की नकारात्मक सोच के कारण भाजपा को लोकसभा चुनाव में हार का सामना करना पड़ा। उन्होंने अयोध्या का उदाहरण देते हुए कहा, ‘इतना काम करने का दावा किया गया, फिर भी भाजपा वहां हार गई। कुछ लोग कह रहे थे कि आपने एक हजार करोड़ का मंदिर बना दिया, फिर भी हार गए। हमने 15 हजार करोड़ का एक्सप्रेसवे बनाया, फिर भी हारे। भाजपा की अयोध्या हार के कारण उसके नेता सो नहीं पा रहे हैं।’
‘राजनीति में भाजपा ने फैलाया प्रदूषण’
अखिलेश ने भाजपा की राजनीति को पर्यावरण प्रदूषण से जोड़ते हुए कहा, ‘जैसे पर्यावरण में प्रदूषण फैला हुआ है, वैसे ही भाजपा ने राजनीति में प्रदूषण फैलाया है। मैं इसे साफ कर रहा हूं और इसकी शुरुआत उत्तर प्रदेश से कर चुका हूं।’ अखिलेश यादव के बयानों ने चुनावी माहौल में भाजपा के खिलाफ सियासी पारा चढ़ा दिया है। उन्होंने भाजपा की नीतियों और नारों पर सवाल उठाते हुए जनता को सपा के साथ जुड़ने का संदेश दिया।