उत्तर प्रदेश के लखीमपुर खीरी (Lakhimpur Kheri) जनपद में सोमवार की रात चौकी इंचार्ज और एक सिपाही समेत चार पर फायरिंग के आरोपी हिस्ट्रीशीटर तौकीर उर्फ मिर्ची बुधवार तड़के मुठभेड़ के बाद गिरफ्तार कर लिया गया है। 2 बार पुलिस टीम पर फायरिंग कर चुका तौकीर तीसरी बार भी पुलिस पर फायरिंग करने से नहीं चूका। ये तो गनीमत रही की बुलेट प्रूफ जैकेट पहनने की वजह से कोतवाल डीके सिंह तौकीर की फायरिंग में बाल-बाल बच गए।
एसपी विजय ढुल ने बताया कि बुधवार की सुबह करीब साढ़े चार बजे पुलिस को दुलही गन्ना क्रय केंद्र पुल के पास हिस्ट्रीशीटर तौकीर उर्फ मिर्ची की लोकेशन मिली, जिसके बाद पहले से ही पुलिस हमले को लेकर किरकिरी झेल रही पुलिस ने तौकीर की गिरफ्तारी के लिए दुलही साइफन के पास उसे घेर लिया।
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स्वा़ट टीम समेत निघासन इंस्पेक्टर डीके सिंह, ढखेरवा चौकी इंचार्ज लाल बहादुर मिश्र व अन्य पुलिस बल ने जब तौकीर को घेर लिया तो उसने एक बार फिर पुलिस पार्टी पर फायरिंग कर दी। जवाब में पुलिस ने भी फायरिंग की। दोनों तरफ से हुई क्रॉस फायरिंग में तौकीर के तमंचे से निकली कोतवाल डीके सिंह को जा लगी। गनीमत रही की वह बुलेट प्रूफ जैकेट पहने हुए थे, जिससे बाल-बाल बच गए।
वहीं पुलिसिया फायरिंग में तौकीर उर्फ मिर्ची के बायें पैर में गोली लगी, जिसके बाद पुलिस ने उसे दबोच लिया और गिरफ्तार कर पहले सीएचसी और बाद में फिर बेहतर इलाज के लिए जिला अस्पताल भेज दिया गया। कोतवाल डीके सिंह की तहरीर पर पुलिस ने 307, 333, 323, व आईपीसी की धारा सात सीएलएएएक्ट के तहत रिपोर्ट दर्ज कर ली। इसके अलावा उसके पास से एक अदद पोनिया 12 बोर, दो खोखा कारतूस, चार जिंदा कारतूस बरामद किया है।
लखीमपुर और बहराइच के बॉर्डर के इलाके में अपना ठिकाना बना चुका मिर्ची सोमवार को चौकी इंचार्ज पर हमला करने के बाद मंगलवार को नेपाल भागने की फिराक में था। प्रभारी निरीक्षक डीके सिंह ने बताया कि यदि पुलिस उसे गिरफ्तार न करती तो शायद वह नेपाल चला जाता, जिससे उसे पकड़ने में काफी मशक्कत का सामना करना पड़ता।
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