मुनव्वर राना के बेटे ने खुद ही चलवाई थी अपने ऊपर गोली, फिर सुरक्षा की दुहाई देकर बेटियों ने योगी सरकार को दीं गालियां, यूपी पुलिस ने साजिश की बेनकाब

मशहूर शायर मुनव्वर राना (Munawwar Rana) के बेटे तबरेज राना (Tabrez Rana) पर फायरिंग के मामले का रायबरेली पुलिस ने खुलासा कर दिया है। एसपी श्लोकर कुमार ने मीडिया से बातचीत के दौरान बताया कि तबरेज ने बड़ी साजिश के तहत खुद पर फायरिंग करवाई थी। संपत्ति के विवाद में चाचाओं को फंसाने के लिए तबरेज ने ही साजिश रची थी। पुलिस ने रायबरेली में रहने वाले तबरेज रानाम के 2 दोस्तों और कथित हमला करने वाले 2 शूटरों को भी गिरफ्तार कर लिया है। एसपी ने बताया कि तबरेज की तलाश में लखनऊ स्थित घर पर रात में छापा मारा गया था, लेकिन वह फरार है।


दरअसल, मुनव्वर राना के बेटे तबरेज ने रायबरेली में 18 बिस्वा विवादित जमीन बेची थी। इसकी जानकारी होने पर चाचा राफे राना ने निबंधन कार्यालय में आपत्ति करके दाखिल खारिज रोकवा दी थी। इस मामले में परिवार के लोग परेशानी न खड़ी करें, इसलिए तबरेज ने यह साजिश रची। बीते सोमवार की शाम करीब 6 बजे तबरेज पर लखनऊ-प्रयागराज हाईवे पर त्रिपुला चौराहे के निकट जानलेवा हमला हुआ था। बाइक सवार दो शूटरों ने उसकी कार पर दो बार फायर किया था। इसके जवाब में तबरेज ने भी लाइसेंसी रिवाल्वर से गोलियां चलाईं, लेकिन हमलावर भाग निकले थे।


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एसपी ने बताया कि तबरेज पर हमले की प्लानिंग होर्डिंग लगाने वाले हलीम घोसी और सुल्तान ने बनाई थी। आपराधिक रिकॉर्ड वाले सत्येंद्र त्रिपाठी और शुभम सरकार ने तबरेज की कार पर गोली चलाई थी। इन चारों को गिरफ्तार कर लिया गया है। चारों ने अपना गुनाह कबूल भी कर लिया है। उन्होंने बताया कि मुनव्वर राना का बेटा तबरेज फरार है। उसकी तलाश में रात में लखनऊ स्थित घर पर दबिश दी गई थी लेकिन वह हाथ नहीं लगा।


तबरेज ने मामले में चाचा राफे राना, इस्माइल राना, शकील राना, जमील राना और चचेरे भाई यासिर राना पर हमला कराने का संदेह जताते हुए एफआईआर दर्ज कराई थी। घटना की जांच के शुरुआत से ही पुलिस को तबरेज राना पर शक था। ऐसे में उसकी सीडीआर निकालकर एसओजी ने जब उसके करीबियों को उठाया तो पूरा मामला सामने आ गया।


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इस मामले में राफे राना ने बताया कि राजघाट पर उनके परिवार की साढ़े आठ बीघा जमीन है। इसमें चार बीघा उनकी और उनके भाई इस्माइल की है। साढ़े चार बीघा में छह भाइयों का हिस्सा है। पिता की मृत्यु के बाद गलत वरासत हो गई और पूरी साढ़े आठ बीघा जमीन छह भाइयों के नाम चढ़ गई। इसका वाद न्यायालय में विचाराधीन है। उन्होंने बताया कि फरवरी 2021 में तबरेज राना ने हमारे हिस्से की जमीन में से 18 बिस्वा बेच दी। ये बात जब पता चली तो निबंधन कार्यालय में आपत्ति करके दाखिल खारिज रोकवा दी। हमले की घटना से कोई सरोकार नहीं है।


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