वाराणसी (Varanasi) में शनिवार को प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी (PM Modi) ने चार नई वंदे भारत एक्सप्रेस (Vande Bharat Express) ट्रेनों को हरी झंडी दिखाकर देश को एक नई सौगात दी। इस मौके पर उन्होंने कहा कि भारत आज तेजी से इंफ्रास्ट्रक्चर विकास के रास्ते पर आगे बढ़ रहा है। जिन देशों ने तरक्की की है, वहां मजबूत इंफ्रास्ट्रक्चर उसकी नींव रहा है। मोदी ने बताया कि अब देश में 160 से ज्यादा वंदे भारत ट्रेनें संचालित हो रही हैं, जो भारतीय रेलवे के आधुनिकीकरण की दिशा में एक ऐतिहासिक कदम है।
चार रूट्स पर दौड़ेंगी नई वंदे भारत ट्रेनें
प्रधानमंत्री ने वाराणसी से खजुराहो, लखनऊ से सहारनपुर, दिल्ली से फिरोजपुर और एर्नाकुलम से बेंगलुरु के बीच नई वंदे भारत ट्रेनों की शुरुआत की। इन ट्रेनों के शुरू होने से यात्रियों को बेहतर कनेक्टिविटी और तेज़ सफर का लाभ मिलेगा। लखनऊ-सहारनपुर वंदे भारत सोमवार को छोड़कर सप्ताह में छह दिन चलेगी। डीआरएम गौरव अग्रवाल के अनुसार, इन सेवाओं से यात्रियों को आधुनिक और आरामदायक यात्रा का अनुभव मिलेगा।
Also Read: ‘2 जून 1995, गेस्ट हाउस कांड…’, यूपी की राजनीति का वो दिन जब सत्ता ने कानून को भी डराया!
धार्मिक पर्यटन को नई रफ्तार
नई वंदे भारत सेवाओं में सबसे प्रमुख बनारस-खजुराहो वंदे भारत ट्रेन मानी जा रही है। यह ट्रेन काशी, प्रयागराज, चित्रकूट और खजुराहो जैसे धार्मिक और सांस्कृतिक स्थलों को जोड़ेगी। इससे न केवल श्रद्धालुओं की यात्रा आसान होगी बल्कि धार्मिक पर्यटन को भी नई गति मिलेगी। यह ट्रेन मौजूदा ट्रेनों की तुलना में लगभग 2 घंटे 40 मिनट का समय बचाएगी, जिससे यात्रियों को तेज़ और सुविधाजनक यात्रा मिलेगी।
वाराणसी में हुआ जोरदार स्वागत
प्रधानमंत्री मोदी शुक्रवार शाम को वाराणसी पहुंचे, जहां एयरपोर्ट पर उनका स्वागत प्रदेश के वित्त मंत्री सुरेश खन्ना सहित कई जनप्रतिनिधियों और अधिकारियों ने किया। बीएलडब्ल्यू गेस्ट हाउस जाते समय पूरे मार्ग पर हजारों की संख्या में लोग और बीजेपी कार्यकर्ता ‘मोदी-मोदी’ और ‘हर हर महादेव’ के नारों से उनका स्वागत करते दिखे। वाराणसी के लोग इस अवसर को एक ऐतिहासिक दिन के रूप में देख रहे हैं।
रेल मंत्री ने बताई रेलवे की नई दिशा
केंद्रीय रेल मंत्री अश्विनी वैष्णव ने वाराणसी स्टेशन का निरीक्षण करते हुए कहा कि प्रधानमंत्री मोदी के नेतृत्व में रेलवे नई ऊंचाइयों को छू रहा है। उन्होंने बताया कि वंदे भारत, नामो भारत और अमृत भारत जैसी ट्रेनें नई पीढ़ी के रेल नेटवर्क की नींव रख रही हैं। साथ ही, देशभर के 1,300 रेलवे स्टेशनों का पुनर्विकास भी जारी है ताकि यात्रियों को बेहतर सुविधाएं और विश्वस्तरीय अनुभव मिल सके।

















































