WhatsApp पर स्टेटस लगाकर अपने ही दोस्तों को गोली मारता था ये सरफिरा आशिक

 

फिल्मी कहानियों में हमने अक्सर देखा है कि प्यार में पागल आशिक किसी भी हद से गुजर जाता है. लेकिन जब ये कहानियां हकीकत बनकर हमारे सामने आती है तो रोंगटे खड़े हो जाते हैं. ऐसी ही कहानी है पानीपत के रहने वाले रॉकी की जिसे अब शहर के लोग रॉकी मेंटल के नाम से जानते है और हर कोई उससे ख़ौफ़ खाता है. पिछले कुछ दिनों में रॉकी ने जिस तरह अपराधों को अंजाम दिया उससे हर कोई भयभीत हो गया.

दोस्तों की फोटो पर क्रॉस लगा देता था वारदात को अंजाम

रॉकी अपने व्हाट्सएप स्टेटस पर पहले अपने दोस्तों की फ़ोटो पर क्रॉस लगाकर उन्हें जान से मारने की धमकी देता और फिर गोली मार देता. हालांकि अब रॉकी पुलिस की गिरफ्त में है, लेकिन पुलिस की गिरफ्त में आने से पहले उसने हत्या और हत्या के प्रयासों की कई वारदतों को अंजाम दे डाला.

दोस्त की बहन से प्यार करता था रॉकी

रॉकी पानीपत में एक कॉस्मेटिक की दुकान चलाता था ओर अपने एक दोस्त की बहन से प्यार करता था. रॉकी 13 मई को अपनी प्रेमिका के साथ फरार हो गया और इस पर उसकी प्रेमिका के परिजनों ने थाने में मुकद्दमा दर्ज करवा दिया. इसके बाद रॉकी ने अपराधों को अंजाम देना शुरू कर दिया. रॉकी ने 4 जुलाई को अपने एक दोस्त के जिम में आग लगा दी और फरार हो गया.

प्रेमिका को उतार दिया मौत के घाट

उसके बाद रॉकी ने 11 जुलाई को अपने एक दोस्त राजन को गोली मार दी गनीमत रही कि राजन की जान बच गई. उसके बाद रॉकी की प्रेमिका ने पानीपत शहर छोड़ने की बात की तो रॉकी ने उसे भी गोली मारकर मौत के घाट उतार दिया और उसके शव को सोनीपत के पास एक कुएं में डाल दिया.

दोस्तों को व्हाट्सएप स्टेटस पर देता था धमकी

रॉकी ख़ौफ़ पैदा करने के लिए अपने व्हाट्सएप स्टेटस पर दोस्तों को मारने की धमकी देता था. उनके फ़ोटो अपने स्टेट्स पर लगाकर उनपर लाल क्रॉस लगा देता जिस पर क्रॉस लगा उसे अब गोली खानी होगी. रॉकी ने अपने दोस्त राजन को ऐसे ही गोली मारी और महेंद्र नाम के दोस्त के जिम को जला डाला. वहीं सेठी नाम के दोस्त को भी मौत के घाट उतारने की धमकी व्हाट्सएप पर स्टेटस लगा कर दी. इन सभी दोस्तों का कसूर सिर्फ इतना था कि इन्होंने रॉकी के इस तरह दोस्त की बहन को भगाने का विरोध किया था.

पुलिस ने रॉकी को पकड़ने के लिए गठित की 9 टीमें

इन वारदातों का खुलासा होने के बाद पुलिस की एक दो नहीं 9 टीम रॉकी की तलाश में लग गई और उसे पकड़ने की कोशिश तेज हुई. रॉकी अब अपने उन सभी दोस्तों को जान से मारने की धमकी देने लगा था, जो उसके खिलाफ थे. 14 जुलाई को जब पुलिस की टीम को रॉकी के मोबाइल लोकेशन से उसकी सूचना मिली और जब उसे पकड़ने गए तो रॉकी ने पुलिस के जवान दिनेश पर भी गोली चला दी और फरार हो गया. दिनेश नाजुक हालत में पीजीआई खानपुर में एडमिट है.

आखिरकार पुलिस के हत्थे चढ़ा रॉकी

पुलिस की 9 टीमों ने मुठभेड़ के बाद रॉकी को गिरफ्तार तो कर लिया लेकिन उसके अपराध करने के तरीके ने पानीपत शहर के लोगों को आतंकित कर दिया. सिर्फ एक महीने से भी कम समय में रोकी पर हत्या, हत्या के प्रयास, जान से मारने की धमकी के 6 मुकद्दमे दर्ज हुए. पुलिस मुठभेड़ में रॉकी घायल हुआ और उसका पैर टूट गया जिसका अब पुलिस इलाज करवा रही है ताकि उसके ठीक होने के बाद उसे कोर्ट में पेश कर रिमांड पर ले और उससे इन अपराधों की वजह जान सके.