वो कहते हैं ना कि महिला में इतनी शक्ति होती है कि वो कई जिम्मेदारियां एक साथ निभा सकती है। कुछ ऐसा ही नजारा आज कल ललितपुर में देखने को मिल रहा है, जहां एक महिला सिपाही अपनी मासूम बच्ची के साथ ड्यूटी का फर्ज अदा कर रही हैं। उनका कहना है कि पहले थोड़ी दिक्कत होती थी लेकिन अब उन्होंने ड्यूटी और मां के फर्ज में समन्वय बैठा लिया है। इसलिए अब उन्हें कोई दिक्कत नही होती है। महिला सिपाही की तस्वीर सोशल मीडिया पर जमकर वायरल हो रही है। हालांकि ये तस्वीर कई सवालों को भी जन्म दे रही है कि आखिर क्यों बच्चों के साथ ड्यूटी करने वाली महिला पुलिसकर्मियों को ऐसी जगह पोस्ट किया जाता है, जहां उन्हें दिक्कत हो।
ये है पूरा मामला
आज तक चैनल की खबर के मुताबिक, सोशल मीडिया पर जो तस्वीर वायरल हो रही है, उसमे महिला सिपाही श्रुति सिंह अपनी नौ महीने की बच्ची को जमीन पर चादर बिछा कर लिटाएं हैं। जबकि वो खुद धूप में खड़ी होकर ड्यूटी कर रहीं हैं। पूछताछ में पता लगा कि श्रुति सिंह पिछले तीन साल से बतौर सिपाही ललितपुर के महरौनी थाने में अपनी सेवाएं दे रही हैं।
उनका कहना है कि ड्यूटी का फर्ज वो बखूभी निभाती हैं।लेकिन अब क्योंकि उनकी बेटी काफी छोटी है, ऐसे में उन्हें उसका भी पूरा ध्यान रखना पड़ता है। काफी समय से ड्यूटी करते करते अब श्रुति ने अपनी पुलिस की नौकरी और बेटी की परवरिश के बीच ऐसा संतुलन बैठा लिया है कि दोनों काम बखूभी निभा भी रही हैं।
उठ रहे सवाल
हालांकि महिला सिपाही की तस्वीर सोशल मीडिया पर वायरल होने के बाद सवालों का सिलसिला भी शुरू हो गया है। दरअसल, कोरोना महामारी के इस दौर में जहां ये कहा जा रहा है कि बच्चों को घर में रखो ऐसे में महिला सिपाही का इतनी छोटी बच्ची को बाहर लाना खतरे से खाली नहीं हैं। इतना ही नही बच्ची का यूं जमीन पर लेटना भी उन अफसरों पर सवाल खड़ा करता है, जिन्होंने सब कुछ जानते हुए महिला सिपाही की पोस्टिंग ऐसी जगह की।
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