भारतीय इंडस्ट्रीज को उम्मीद है कि अगले 2 साल तक भारत में जीडीपी की ग्रोथ 8 फीसदी तक बनी रह सकती है। सीआईआई ने एक रिपोर्ट में कहा कि इसका सबसे बड़ा कारण है सरकार की ओर से पिछले कुछ साल में बड़े सुधार और राजकोषीय साझेदारी। इससे देश के विकास की मजबूत नींव रखी गई है।
रिपोर्ट में कहा गया है कि भारत की अर्थव्यवस्था अभी ऐसी जगह खड़ी है जहां पिछले कुछ साल में किए गए प्रमुख सुधारों के चलते निवेश और अन्य प्रक्रिया स्थिर हो गई थींं। लेकिन अब भारतीय इंडस्ट्रीज नए निवेश के लिए तैयार हैं। इससे इंडस्ट्रीज की क्षमता और उपयोग में बढ़ोतरी होगी। रिपोर्ट में यह भी कहा गया है कि हाल ही में 50,000 करोड़ रुपये के निवेश की घोषणा की गई है।
एक सीईओज ओपिनियन पोल में करीब 82 फीसदी ने कहा कि 2018-19 में भारत की जीडीपी ग्रोथ 7 फीसदी की दर से ज्यादा रहेगी। वहीं, 10 फीसदी की ओर से कहा गया है कि 2018-19 में भारत की जीडीपी ग्रोथ 7.5 फीसदी से ऊपर रह सकती है।
भारतीय इंडस्ट्रीज को उम्मीद है कि अगले 2 साल तक भारत में जीडीपी की ग्रोथ 8 फीसदी तक बनी रह सकती है। वहीं, मैन्युफैक्चरिंग सेक्टर से जुड़े लोगों का कहना है कि बाजार में डिमांड बनी हुई है। लेकिन इनपुट कॉस्ट बढ़ रही है। वहीं, सीईओज का कहना है कि उन्होंने स्टील, सीमेंट और पूंजीगत सामान जैसे क्षेत्रों में ग्रोथ देखी है। वहीं, स्मार्टफोन के कंपोनेंट का निर्माण शुरू होने से लोकल मार्केट को वैल्यू एडिशन का मौका मिलेगा।