UP के 17 जिलों के 944 गांव बाढ़ से प्रभावित, CM योगी ने तत्काल राहत पहुंचाने के दिए निर्देश

उत्तर प्रदेश में हो रही अत्यधिक बारिश से बाढ़ (Flood) की स्थिति बनी हुई है। प्रदेश के 17 जिलों के 944 गांव बाढ़ से प्रभावित हैं। बाढ़ की वजह से इन जिलों की 8.43 लाख जनसंख्या प्रभावित है। राहत आयुक्त कार्यालय के अनुसार गंगा नदी बदायूं, शारदा नदी लखीमपुर खीरी, सरयू बबई नदी बहराइच, घाघरा नदी बाराबंकी, अयोध्या व बलिया, राप्ती नदी श्रावस्ती, बलरामपुर व गोरखपुर, बूढ़ी राप्ती सिद्धार्थनगर, रोहिन नदी महाराजगंज और क्वानो गोंडा में खतरे के निशान से ऊपर बह रही हैं। ऐसे में मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ (CM Yogi Adityanath) ने लोगों को तत्काल राहत पहुंचाने के निर्देश दिए हैं।

सीएम योगी ने अत्यधिक वर्षा से प्रभावित जिलों के जिलाधिकारियों को पूरी तत्परता से राहत कार्य संचालित करने के निर्देश दिए हैं। उन्होंने कहा कि वरिष्ठ अधिकारी खुद क्षेत्र का भ्रमण कर आपदा से प्रभावित लोगों को तत्काल राहत पहुंचाएं। जनहानि तथा पशुहानि के प्रकरणों में पीडि़तों को अविलंब अनुमन्य सहायता राशि प्रदान की जाए।

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मुख्यमंत्री ने निर्देश दिया है कि बाढ़ प्रभावित क्षेत्रों में जिला प्रशासन की टीम सभी लोगों को सुरक्षित स्थान पर ले जाए। साथ ही, उनके रहने और भोजन की समुचित व्यवस्था करे। भारी बरसात से हुए जलभराव की समस्या का तत्काल निस्तारण किया जाए। जलभराव से प्रभावित क्षेत्रों में पंप लगाकर जलभराव की समस्या को तत्काल दूर करें।

उन्होंने राहत कार्यों के संचालन के लिए राजस्व, पुलिस, पंचायती राज, ग्राम्य विकास, नगर विकास, चिकित्सा एवं स्वास्थ्य, पशुपालन सहित सभी संबंधित विभागों के अधिकारियों को सक्रिय रहने के निर्देश दिए हैं। गोंडा में बिसुही नदी खतरे के निशान को पार कर गई है और गोंडा-बलरामपुर मुख्य मार्ग पर आवाजाही रोक दी गई है।

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अधिकारियों के मुताबिक गोंडा के कर्नलगंज और तारबगंज तहसील में बाढ़ से 13000 से ज्यादा लोग प्रभावित हुए हैं। गोंडा जिले में 24 बाढ़ चौकियों को अलर्ट कर दिया गया है। वहीं, बलरामपुर जिले के शहरी इलाकों में बाढ़ का पानी घुस गया है और कई शहरी इलाकों में लोग एक जगह से दूसरी जगह जाने के लिए नाव का इस्तेमाल कर रहे हैं। जिला प्रशासन ने राहत कार्यों के लिए राज्य मुख्यालय से राष्ट्रीय आपदा राहत बल (एनडीआरएफ) की अतिरिक्त टीम मांगी है।

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