कोरोना से जंग में उत्तर प्रदेश की योगी आदित्यनाथ (Yogi Adityanath) सरकार कई मोर्चों पर काम कर रही है. इनमें प्रवासी श्रमिकों/कामगारों को रोजगार (employment) मुहैया कराना सरकार की प्राथमिकताओं में से एक है. कामगारों और श्रमिकों को एक करोड़ सेवायोजन देने के लक्ष्य की तरफ योगी सरकार तेजी से बढ़ रही है. वहीं सरकारी आंकड़ों के मुताबिक अब तक योगी सरकार ने 57 लाख से अधिक कामगारों को रोजगार दिया है, जो कि देश में सबसे ज्यादा है.
उत्तर प्रदेश के ग्राम्य विकास मंत्री राजेंद्र प्रताप सिंह ने बताया कि योगी सरकार द्वारा एक करोड़ श्रमिकों को रोजगार देने का लक्ष्य रखा गया है, जिसे जल्द हासिल कर लिया जाएगा. ग्राम्य विकास मंत्री के मुताबिक राज्य में अब तक 57 लाख से अधिक श्रमिकों को रोजगार दिया गया है. उत्तर प्रदेश में प्रवासी श्रमिकों के लौटने के बाद से ही मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने अपनी सरकार के अधिकारियों को आदेश दे दिया था कि ऐसे लोगों के लिए रोजगार के अवसर पैदा किए जाएं. मुख्यमंत्री ने ‘एक जिला, एक उत्पाद’ योजना से लेकर मनरेगा और अन्य योजनाओं में इन प्रवासियों को काम देने का आदेश दिया था.
मुख्यमंत्री ने निर्देश दिए कि अस्पतालों में ऑक्सीजन की सुचारू उपलब्धता सुनिश्चित की जाए. इस सम्बन्ध में बैक अप भी तैयार रखा जाए. उन्होंने कहा कि समय पर उपचार मृत्यु दर को नियंत्रित करने में काफी मददगार है. सीएम ने निर्देश दिए कि सभी औद्योगिक इकाइयों का सर्वे कराते हुए इन इकाइयों में रोजगार की आवश्यकता का आंकलन किया जाए. बैठक में यह जानकारी दी गई कि मनरेगा के तहत प्रदेश में 57 लाख 12 हजार श्रमिकों को कार्य मिला जो, वर्तमान में देश में सर्वाधिक है.
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