लोकसभा चुनाव के लिए तीन चरणों का मतदान हो चुका है. चौथा चरण 29 अप्रैल को है. जैसे-जैसे चुनाव आगे बढ़ रहा है राजनेताओं की बदजुबानी भी बढ़ती जा रही है. ताजा मामला बिहार से आ रहा है जहाँ राष्ट्रीय लोक समता पार्टी (RLSP) के नेता उपेंद्र कुशवाहा (Upendra Kushwaha) ने बेहद आपत्तिजनक बयान दिया है. कुशवाहा ने भाजपा की तुलना रामलीला में माता सीता का रोल करने वाले कलाकार से की है. दरभंगा में चुनावी सभा को संबोधित करते हुए कुशवाहा ने कहा कि भाजपा के दो चेहरे हैं. पहला वह जो पर्दे के बाहर दिखता है और दूसरा जो पर्दे के पीछे दिखता है.
कुशवाहा ने कहा कि दरभंगा में रामलीला खूब होती है. रामलीला में बहुत से लोग रोल मंचन करते हैं. रामलीला के लिए मंच सजता है, पर्दा लगता है. कोई एक माता सीता का रूप धारण करके आता है. वह सीता माता का रूप धारण करके आता है तो रामलीला देख रहीं माताएं-बहनें सिर झुका लेती हैं. इतना सम्मान दिया जाता है. उसी सीता जी को अगर पर्दे के पीछे जाकर देखिए तो वह सिगरेट पीती रहती है. बस यही हाल भारतीय जनता पार्टी का है.
उपेंद्र कुशवाहा ने कहा कि पर्दे के बाहर वाला चेहरा दिव्य है. वे जनता को दिव्य रूप दिखाते हैं. परदे के पीछे सभी कर्म-कुकर्म करते हैं. मैं तो भाजपा के साथ रहा हूं सब कुछ देखा है. बता दें कि रालोसपा का सीटों के बंटवारे को लेकर भाजपा के साथ अनबन हो गई थी, जिसके बाद वह एनडीए छोड़कर महागठबंधन में शामिल हो गए थे.
उपेंद्र कुशवाहा की यह टिप्पणी करोड़ों लोगों की आस्था पर चोट है, उपेंद्र कुशवाहा पहले भी विवादित बयान देते रहे हैं. गौरतलब है कि काफी समय एनडीए में सीट बंटवारे को लेकर नाराज चल रहे राष्ट्रीय लोकसमता पार्टी के अध्यक्ष उपेंद्र कुशवाहा ने दिसंबर 2018 में केंद्रीय मंत्रिमंडल से इस्तीफा दे दिया था. कुशवाहा केंद्र सरकार में मानव संसाधन विकास राज्य मंत्री की जिम्मेदारी निभा रहे थे. इस्तीफा देने का ऐलान करते हुए कुशवाहा ने कहा कि पीएम मोदी जनता की उम्मीदों पर खरा नहीं उतर पाए.
Also Read: APC की जांच में बड़ा खुलासा, अखिलेश राज में अनारक्षित 1000 पदों पर कर दी गई थी OBC की भर्ती
( देश और दुनिया की खबरों के लिए हमेंफेसबुकपर ज्वॉइन करें, आप हमेंट्विटरपर भी फॉलो कर सकते हैं. )