मऊ: यूपी के मऊ से एससी/एसटी एक्ट के दुरुपयोग का मामला सामने आया है. जहां दलित छात्रों ने स्कूल कर्मचारियों के खिलाफ एससी/एसटी एक्ट लगाया क्योंकि कर्मचारियों ने उन्हें छात्राओं की फोटो खींचने से रोका दिया था. स्कूल प्रशासन की ओर से प्राचार्य ने भी 5 लड़कों के विरुद्ध मारपीट करने का मुकदमा किया है. दोनों मुकदमों की विवेचना क्षेत्राधिकारी स्तर के अधिकारी अनिल कुमार सिंह द्वारा की जा रही है.
जानें पूरा मामला
पूरा मामला मऊ जनपद के थाना कोपागंज क्षेत्र के बापू इंटर कॉलेज का है. जहां पर स्कूल के छात्र द्वारा वहां पढ़ने वाली छात्राओं की मोबाइल से फोटो खींचते समय स्कूल के स्टाफ द्वारा मना किया गया. जिसके बाद उनके बीच तू-तू मैं- मैं हो गई हालांकि विद्यालय के स्टाफ द्वारा छात्रों को समझा कर मामले को खत्म कर दिया गया था लेकिन घर पहुंचने के बाद छात्र और छात्र के परिजनों ने कोपागंज थाने में विद्यालय के दो चपरासियों के खिलाफ एससी/एसटी एक्ट के तहत मुकदमा दर्ज करवा दिया. जैसे इस बात की जानकारी विद्यालय प्रबंधन को हुई उन्होंने भी विद्यालय परिसर में छात्राओं की फोटो खींचने और मना करने पर विद्यालय के स्टाफ के साथ मारपीट और गाली गलौज से संबंधित प्रार्थना पत्र दिया.
घटना के समय मौके पर मौजूद विद्यालय के कर्मचारी ने बताया कि लंच का समय था उसके बाद लड़का बच्चों के कमरे में चला गया. बच्चियों ने इसकी सूचना दी. उसके बाद प्रिंसिपल साहब ने हमको और हमारे सहयोगी को बुलाया और प्रकरण की जानकारी करने के लिए हमें वहां भेजा. वहां जाकर जब हम लोगों ने लड़के से पूछताछ की तो वह हम लोगों के साथ बदतमीजी करने लगा. हम लोगों के पकड़ने पर वह मारपीट करने लगा बाद में यहां आकर माफी मांगा. उसके बाद प्रिंसिपल साहब ने उसको छोड़ दिया लेकिन दूसरे दिन थाने में जाकर हम लोगों के खिलाफ एससी/एसटी एक्ट में रिपोर्ट दर्ज करा दी.
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स्कूल प्रशासन की ओर से प्राचार्य ने भी 5 लड़कों के विरुद्ध मारपीट करने का मुकदमा किया है. दोनों मुकदमों की विवेचना क्षेत्राधिकारी स्तर के अधिकारी अनिल कुमार सिंह द्वारा की जा रही है.
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