जम्मू-कश्मीर के पुलवामा में गुरुवार को हुए आतंकी हमले की देश में चारों ओर निंदा हो रही है। सोशल मीडिया से लेकर सड़क तक युवाओं का गुस्सा देखने को मिल रहा है। वहीं आतंकवाद को लेकर बीजेपी नेता और सुप्रीम कोर्ट के वरिष्ठ वकील अश्विनी उपाध्याय का एक ट्वीट सामने आया है। जिसमें उन्होंने लिखा है कि यदि देश की एकता-अखंडता तथा आपसी भाईचारा मजबूत करना है तो संसद का एक विशेष सत्र बुलाकर निम्नलिखित 10 कार्य करें।
संसद का विशेष सत्र बुलाकर करें ये 10 काम
पाकिस्तान को आतंकी राष्ट्र घोषित करें, उसे पानी देना बंद करें, सभी प्रकार का व्यापार प्रतिबंधित करें तथा जल-थल-वायु संपर्क समाप्त करें।
गद्दारों का नार्को, पॉलीग्राफ और ब्रेन मैपिंग टेस्ट अनिवार्य करने के लिए कानून बनाएं तथा इनके मुकदमों का फैसला एक साल में करने के लिए स्पेशल कोर्ट बनाएं
अलगाववादियों, आतंकवादियों, चरमपंथियों, घुसपैठियों और इनके मददगारों की 100% संपत्ति जब्त करने और उन्हें फांसी देने के लिए तत्काल कानून बनाएं।
संविधान का आर्टिकल 35A और 370 समाप्त करें तथा एक नाम (भारत), एक निशान (तिरंगा), एक राष्ट्रगान (वंदेमातरम) तथा एक विधान और एक संविधान लागू करें। वर्तमान समय में दो नाम (भारत और इंडिया) दो निशान (तिरंगा और कश्मीर का झंडा) दो राष्ट्रगान (जन-गण-मन और वंदेमातरम) दो विधान और दो संविधान (कश्मीर और शेष भारत का अलग-2 संविधान) लागू हैं।
धर्म के आधार पर हिंदू मुसलमान ईसाई पारसी के लिए बने कानूनों को समाप्त करें और संविधान के आर्टिकल 44 के अनुसार सभी नागरिकों के लिए एक समान नागरिक संहिता लागू करें।
चीन की तर्ज पर एक कठोर और प्रभावी जनसंख्या नियंत्रण कानून लागू करें और इस कानून का उल्लघंन करने वालों को कम से कम 10 साल की कैद और 10 लाख रुपये जुर्माना का प्रावधान करें
सुप्रीम कोर्ट के 2005 के आदेश के अनुसार नागरिकों को अल्पसंख्यक और बहुसंख्यक में बाटना बंद करें तथा अल्पसंख्यक आयोग और अल्पसंख्यक कल्याण मंत्रालय समाप्त करें।
सभी मदरसों में NCERT का स्लेबस तथा योग और ध्यान की क्लास अनिवार्य करें, 14 साल तक के सभी बच्चों के लिए समान शिक्षा कानून बनाएं।
संस्कृत को राष्ट्रीय भाषा घोषित करें तथा 14 साल तक के सभी बच्चों के लिए हिंदी और संस्कृत विषय का अध्ययन अनिवार्य करें।
कालाजादू, पाखंड, चमत्कार और धर्मांतरण विरोधी एक कठोर और प्रभावी कानून बनाएं, संविधान के आर्टिकल 47 के अनुसार भारत को नशा-मुक्त और शराब-मुक्त देश घोषित करें
बता दें कि इससे पहले भी बीजेपी नेता अश्विनी उपाध्याय ने शनिवार को अपनी फेसबुक वॉल पर लिखा “क्या देवबंद, बरेली, बुखारी और बरकती ने काफिरों के खिलाफ जिहाद और 72 हूरों को नकारा? क्या पाकिस्तान में सर्जिकल स्ट्राइक कर आतंकवादियों को मार देने से ही आतंकवाद समाप्त हो जाएगा? मुझे तो नहीं लगता, क्योंकि जबतक आप एक आतंकी मारेंगे तबतक 10 पढ़े-लिखे नौजवान भटक चुके होंगे।”
अश्विनी उपाध्याय ने आगे लिखा “सेना अपनी ड्यूटी करे, सरकार अपना कार्य करे, चीन और इज़राइल से सीखे, मदरसों को स्कूल घोषित करे, समान नागरिक संहिता लागू करे, जनसंख्या नियंत्रण कानून बनाए, अल्पसंख्यक-बहुसंख्यक बंद करे, बच्चों के लिए समान शिक्षा लागू करे, 100 रुपये से बड़े नोट तत्काल बंद करे, 1 लाख से महंगी संपत्ति को आधार से लिंक करे, 10 हजार से महंगे समान का कैश लेन-देन बंद करे, गद्दारों के मुकदमों का फैसला एक साल में करने के लिए स्पेशल कोर्ट बनाए, अलगाववादियों, चरमपंथियों, घुसपैठियों और हवालाकारोबारियों का नार्को, पॉलीग्राफ और ब्रेनमैपिंग करने, उनकी 100% संपत्ति जब्त करने और उन्हें फांसी की सजा देने के लिए तत्काल कानून बनाए, सच भले ही कड़वा हो लेकिन बार-बार बोलना चाहिए और झूठ मीठा हो तो भी नहीं बोलना चाहिए।”
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