वर्ल्ड टेस्ट चैंपियनशिप के फाइनल (WTC Final) में भारतीय टीम को ऑस्ट्रेलिया से करारी हार मिली है। इस हार के बाद टीम इंडिया का वर्ल्ड टेस्ट चैंपियनशिप जीतने का सपना एक बार फिर अधूरा रह गया है। वहीं, इस हार का दर्द भारतीय फैंस और दिग्गज भुला नहीं पा रहे हैं। कई दिग्गज और फैंस रोहित शर्मा और राहुल द्रविड़ पर अपनी भड़ास निकाल रहे हैं। इस बीच पूर्व भारतीय क्रिकेटर सुनील गावस्कर (Sunil Gavaskar) की भी नाराजगी देखने को मिली है।
दरअसल, सुनील गावस्कर ने प्लेइंग-11 में रविचंद्रन अश्विन को शामिल नहीं करने के फैसले पर नाराजगी जाहिर की है। उन्होंने कहा कि अश्विन जैसा बर्ताव इस टीम में किसी के साथ नहीं हुआ है। बता दें कि, सचिन तेंदुलकर ने भी अश्विन को प्लेइंग-11 से बाहर रखने के फैसले पर हैरानी जताई थी। उन्होंने यहां तक कह दिया था कि टीम मैनजमैंट का ये फैसला उनके समझ से परे है।
वहीं, पूर्व भारतीय क्रिकेटर सुनील गावस्कर ने एक कॉलम में लिखा कि आईसीसी की टेस्ट रैंकिंग में नंबर-1 भारतीय गेंदबाज आर अश्विन को विश्व टेस्ट चैंपियनशिप की प्लेइंग-11 से ड्रॉप करने का फैसला सही नहीं था। ऑस्ट्रेलियाई टीम के पास 5 बाएं हाथ के बैटर्स थे और जबकि एक बाएं हाथ के खिलाड़ी ट्रेविस हेड मौजूद थे, जिन्होंने पहली पारी में शतक जड़ा था, दूसरे बाएं हाथ के बल्लेबाज एलेक्स कैरी ने पहली पारी में 48 और दूसरी में नाबाद 66 रन ठोके थे। इस दौरान अश्विन के साथ जैसा बर्ताव हुआ ऐसा किसी के सा नहीं हुआ।
गावस्कर ने आगे लिखा कि अगर अश्विन टीम में होते, तो कुछ भी हो सकता था। अश्विन बल्ले से योगदान देते हुए भी नजर आ सकते थे। मैं पक्के तौर पर कह सकता हूं कि अगर उसे मौका मिलता तो जरूर भारत की स्थिति ऐसी नहीं होती।
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