लखनऊ (Lucknow) जिले में दस वर्षों के अंतराल के बाद सर्किल रेट (Circle Rate) में व्यापक बदलाव होने जा रहा है। जिला प्रशासन ने 15% से 50% तक की वृद्धि का प्रस्ताव जारी किया है, जो ग्रामीण और शहरी दोनों क्षेत्रों को प्रभावित करेगा। प्रस्ताव के अनुसार, कृषि भूमि की कीमतों में जहां 15% तक की बढ़ोतरी की संभावना है, वहीं शहरों में यह बढ़ोतरी 25% तक हो सकती है।
शहरी कॉलोनियों में जबरदस्त उछाल
प्रमुख शहरी कॉलोनियों में सर्किल रेट में दोगुनी तक वृद्धि का अनुमान है। इंदिरानगर में 2015 में सर्किल रेट 27,000 था, जो अब 62,000 हो सकता है। वहीं विभूतिखंड में यह 40,000 से बढ़कर 70,000 और गोमतीनगर के अन्य क्षेत्रों में 30,500 से बढ़कर ₹77,000 तक पहुंचने का प्रस्ताव है। इन इलाकों में रियल एस्टेट की मांग और आधुनिक विकास के कारण दरों में यह उछाल प्रस्तावित किया गया है।
ग्रामीण क्षेत्रों में भी असर
मोहनलालगंज और सरोजनीनगर जैसे ग्रामीण इलाकों में नई टाउनशिप्स और प्रोजेक्ट्स के चलते दरों में 40% तक की संभावित बढ़ोतरी प्रस्तावित की गई है। यदि किसी आवासीय भूखंड के आसपास व्यावसायिक गतिविधियां पाई जाती हैं, तो उसकी दरों में 20% तक वृद्धि की जा सकती है। वहीं व्यवसायिक जमीन के लिए अकृषक दर पर 50% अधिक भुगतान करने का प्रस्ताव है।
इन रूट्स पर सबसे अधिक बदलाव
बढ़ी हुई दरों का सबसे ज्यादा प्रभाव आउटर रिंग रोड, किसान पथ, एमएमआर, आगरा एक्सप्रेस वे और वन वर्ल्ड टाउनशिप जैसे इलाकों में देखा जाएगा। यहां बुनियादी ढांचे और कनेक्टिविटी में तेज़ सुधार के चलते रियल एस्टेट की कीमतों में बड़ा उछाल देखा गया है, जिसे ध्यान में रखते हुए ये नए सर्किल रेट तय किए जा रहे हैं।
आपत्ति दर्ज कराने की प्रक्रिया
प्रशासन ने नागरिकों से 2 जुलाई से 17 जुलाई के बीच अपने सुझाव और आपत्तियां दर्ज कराने की अपील की है। लोग ऑनलाइन या संबंधित निबंधन कार्यालयों में सुबह 10 बजे से शाम 5 बजे तक आवेदन दे सकते हैं। आपत्ति ईमेल के ज़रिए aigikoo@gmail.com या aigiko02@gmail.com पर भी भेजी जा सकती है। सभी प्रस्तावित दरें lucknow.nic.in वेबसाइट पर उपलब्ध हैं। यह प्रस्ताव बाजार दरों की वर्तमान स्थिति को ध्यान में रखकर तैयार किया गया है, और अंतिम निर्णय के बाद ही नई दरें लागू की जाएंगी।