कांवड़ यात्रा मार्ग पर ‘पहचान उजागर अभियान’ को लेकर एआईएमआईएम चीफ असदुद्दीन औवैसी (Asaduddin Owaisi) और सपा के पूर्व सांसद एचटी हसन के बयानों पर भाजपा नेता साध्वी प्राची (Sadhvi Prachi) ने गुरुवार को तीखी प्रतिक्रिया दी। मेरठ रोड स्थित गुप्ता रिसोर्ट पर पत्रकारों से बातचीत करते हुए उन्होंने औवैसी को निशाने पर लिया और कहा, ‘अगर उन्हें पहचान छिपाकर थूक और मूत्र का जिहाद करने वालों से इतना ही प्रेम है, तो कांवड़ उठाएं और उन्हीं के ढाबों पर जाकर अशुद्ध भोजन करें।’
सीएम योगी के फैसले को ठहराया जायज
साध्वी प्राची ने कहा कि करोड़ों श्रद्धालु कांवड़ यात्रा में भाग लेकर भगवान शिव की भक्ति करते हैं, और इसमें पवित्रता का विशेष ध्यान रखा जाता है। उन्होंने मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के मांस की दुकानों पर प्रतिबंध वाले आदेश को सही ठहराते हुए कहा कि यात्रा मार्ग पर होटल व ढाबों पर नेमप्लेट लगाने से जो लोग असहज हो रहे हैं, उनके इरादे संदिग्ध हैं और सरकार को इसकी जांच करानी चाहिए।
उन्होंने पुलिस प्रशासन की निष्क्रियता पर सवाल उठाते हुए कहा कि जब हिंदू संगठन पहचान पूछते हैं तो उसे गलत क्यों कहा जा रहा है? साथ ही देवी-देवताओं के नाम से कारोबार करने वालों को चुनौती दी कि अगर नाम पसंद है तो सनातन धर्म अपना लें। यही नहीं, पूर्व सांसद एचटी हसन के बयान पर भी साध्वी प्राची ने पलटवार करते हुए कहा कि पहलगाम जैसी घटनाओं में नाम पूछकर हत्या की जाती है और ऐसे लोग आतंकवाद की परिभाषा तक नहीं जानते।
मुजफ्फरनगर में गोपाल निकला तजम्मुल
बता दें कि मुजफ्फरनगर में ढाबे के जिस कर्मचारी ने खुद को गोपाल बताते हुए पैंट उतारकर चेकिंग करने का आरोप लगाया था, वह तजम्मुल निकला है। पीड़ित के गोपाल होने को लेकर असदुद्दीन ओवैसी तक ने मामले में निशाना साधा था। ओवैसी ने कहा कि अगर किसी की पैंट उतार कर मजहब जानने की कोशिश की जाएगी, तो इसे कौन बर्दाश्त करेगा। फिलहाल, अब उसने खुद अपनी असल पहचान उजागर की है। उसका आधार कार्ड भी सामने आया है। तजम्मुल ने बताया कि उसे खुद को गोपाल बताने को कहा गया था।