24 दिसंबर 2025, गोरखपुर। ऑनलाइन रजिस्ट्रेशन सिस्टम (ओआरएस) पूरे प्रदेश में लागू होने जा रहा है। गोरखपुर जिले में इसकी शुरुआत कुछ चिकित्सा इकाइयों से पहले ही हो चुकी है। अब जिले में भी इस सुविधा का विस्तार किया जाएगा । सीएमओ ने जिले में इस सेवा को विस्तार देने के लिए सभी प्रमुख सरकारी अस्पतालों को पत्र भेजा है। वहीं, अपर मुख्य सचिव अमित कुमार घोष ने सभी जिलों को पत्र जारी कर ओआरएस सिस्टम के जरिए मरीजों को पंजीकरण की सुविधा देने के सम्बन्ध में विस्तृत दिशा-निर्देश जारी किए हैं।
गोरखपुर के सीएमओ डॉ राजेश झा ने बताया
अपर मुख्य सचिव के दिशा-निर्देशों के अनुसार हम सबसे पहले उन स्थानों पर ओआरएस सिस्टम पर काम करेंगे जहां मरीजों की अच्छी खासी भीड़ होती है। हमारे शहरी स्वास्थ्य केंद्रों और कई ग्रामीण अस्पतालों पर यह सुविधा पहले से ही उपलब्ध है। हम रेफर किए जाने वाले मरीजों का ओआरएस सिस्टम से पंजीकरण कर पर्चा दे देते हैं। इससे वह जिला अस्पताल में बिना लाइन लगाए सीधे ओपीडी में जाकर चिकित्सक को दिखा सकता है। इस व्यवस्था के सफल संचालन के बाद अपर मुख्य सचिव के दिशा-निर्देशों के अनुसार इसे जिले में और भी विस्तार दिया जाएगा।
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डॉ झा ने बताया कि ओआरएस सिस्टम के जरिए बने पर्चे जिला महिला अस्पताल, बीआरडी मेडिकल कॉलेज, एम्स गोरखपुर और कुछ अन्य प्रमुख चिकित्सा इकाइयों पर लोगों को लाभ दे सकें, इसके लिए ठोस कार्ययोजना पर कार्य किया जा रहा है। गोरखपुर शहर की सभी चिकित्सा इकाइयों पर पहले से ही डिजिटल प्रेसक्रिप्शन की व्यवस्था लागू है। अब हमारी कोशिश है कि गांव हो या शहर, जहां भी अस्पतालों पर संसाधन मौजूद होंगे वहां से ओआरएस सिस्टम को प्रभावी बनाने के लिए काम किया जाएगा।
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सीएमओ ने बताया कि ओआरएस सिस्टम के लागू हो जाने से मरीज घर बैठे खुद भी अपना पर्चा सकते हैं और ऑनलाइन भुगतान भी कर सकते हैं। इसके बाद वह पर्चा प्रिंट करके सीधे ओपीडी में जाकर डॉक्टर को दिखा भी सकते है। हमारी कोशिश है कि जो मरीज हमारे चिकित्सा इकाई से रेफर हों उसका पर्चा हम खुद जेनरेट करके ही रेफर करें।













































