बहुजन समाज पार्टी (बसपा) की चीफ और उत्तर प्रदेश की पूर्व मुख्यमंत्री मायावती (Mayawati) ने केंद्र सरकार और राज्य की सरकारों पर रविवार को आरोप लगाया कि वे पेट्रोल, डीजल और रसोई गैस जैसी रोजमर्रा की जरूरी वस्तुओं की लगातार बढ़ती कीमतों को लेकर गंभीर और चिंतित नहीं हैं।
बसपा सुप्रीमो मायावती ने रविवार को ट्वीट कर कहा कि देश में पेट्रोल, डीजल, रसोई गैस व दूध आदि जैसी रोज़मर्रा की ज़रूरी वस्तुओं की कीमतें जिस प्रकार से लगातार बढ़ रही हैं, उससे महंगाई आसमान छूकर यहां के लोगों का जीवन दु:खी व त्रस्त कर रही है, फिर भी सरकारें इसके प्रति गंभीर व चिंतित नहीं हैं, क्यों? यह अति दु:खद है।
मायावती ने एक अन्य ट्वीट कर कहा कि देश में हर तरफ छाई ग़रीबी, बेरोज़गारी व महंगाई आदि की समस्या सेे प्रभावी तौर पर निपटने के लिए केन्द्र व राज्य सरकारों को भी अपनी पूरी शक्ति व संसाधन इसके निदान में लगा देना ज़रूरी, ताकि देश को निराशा के माहौल से निकाल कर ’विकास’ को सही पटरी पर लाया जा सके।
इससे पहले मायावती ने ट्वीट कर योगी सरकार पर निशाना साधा था। उन्होंने कहा कि यूपी में वर्तमान भाजपा सरकार में भी कानून का नहीं बल्कि जंगलराज चल रहा है, जिसके तहत यहाँ पंचायत चुनाव में हुई असंख्य हिंसा व लखीमपुर खीरी की एक महिला के साथ की गई बदसलूकी भी अति-शर्मनाक। क्या यही इनका कानून का राज व लोकतन्त्र है? यह सोचने की बात है।
उन्होंने आगे कहा कि अब आज़मगढ़ जिले की तरह चन्दौली जिले के बर्थरा खुर्द गाँव में भी दलितों के घरों को दबंगों द्वारा उजाड़ना व उत्पीड़न आदि करना क्या यही इनका दलित प्रेम है? व दुःख यह भी है कि अभी भी केन्द्र व यूपी सरकार के दलित मंत्री चुप हैं, क्यों? यह अति-चिन्तनीय।
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