उत्तर प्रदेश में कांग्रेस के दो प्रभारी महासचिव बनाने के बाद अब दो प्रदेश अध्यक्ष भी बनाए जा सकते हैं. कांग्रेस अध्यक्ष राहुल गांधी यूपी में संगठन को माइक्रो लेवल पर बैठाकर उसकी सीधी निगरानी करना चाहते हैं, ताकि अगले विधानसभा चुनाव तक पार्टी पर लगे यह दावा हट जाए कि कांग्रेस का उत्तर प्रदेश में संगठन नहीं है.
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पार्टी सूत्रों के मुताबिक संगठनात्मक ढांचे को खड़ा करने और मजबूती देने के लिए दो प्रभारियों के नीचे दो अध्यक्ष के फार्मूले पर विचार चल रहा है. वहीं, दिल्ली और मध्य प्रदेश की तर्ज पर एक वरिष्ठ नेता को अध्यक्ष बनाकर 4 कार्यकारी अध्यक्ष भी बनाए जा सकते हैं. राहुल के दिल्ली लौटते ही वरिष्ठ नेताओं के साथ बैठक होनी है.
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न्यूज़ 18 इंडिया की खबर के मुताबिक कांग्रेस के एक वरिष्ठ नेता ने कहा कि पूर्वी उत्तर प्रदेश में किसी ब्राह्मण चेहरे को कमान मिल सकती है. क्योंकि पूर्वांचल की कई सीटों पर ब्राह्मण और सवर्ण मतदाताओं का दबदबा है. पशिम में कोई मुस्लिम चेहरा या फिर ओबीसी चेहरा प्रदेश अध्यक्ष हो सकता है.
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