मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ (CM Yogi Adityanath) ने उत्तर प्रदेश (Uttar Pradesh) में एक दिन में 37 करोड़ पौधों के रोपण के महाअभियान की शुरुआत कर एक नया रिकॉर्ड स्थापित किया। गोरखपुर के चिलुआताल क्षेत्र में ‘एक पेड़ मां के नाम 2.0′ थीम के अंतर्गत हरिशंकरी (पीपल, बरगद, पाकड़) पौधे लगाकर उन्होंने पवित्र धारा वन की नींव रखी। उन्होंने कहा कि यह अभियान सिर्फ वृक्षारोपण का नहीं, बल्कि वर्तमान को संजोने और भावी पीढ़ियों को सुरक्षित रखने का संकल्प है।
समाजवादी पार्टी पर घोटालों का आरोप
मुख्यमंत्री ने समाजवादी पार्टी पर भ्रष्टाचार के गंभीर आरोप लगाते हुए कहा कि पूर्वांचल एक्सप्रेसवे और जेपीएनआईसी (JPNIC) परियोजनाओं में भारी अनियमितताएं हुईं। उन्होंने बताया कि 341 किमी लंबे एक्सप्रेसवे के लिए सपा सरकार ने 15,200 करोड़ रुपये का टेंडर निकाला, जबकि भाजपा सरकार ने चौड़ाई बढ़ाकर मात्र 11,800 करोड़ में परियोजना पूरी कर दी। इसी तरह, जय प्रकाश नारायण इंटरनेशनल सेंटर की अनुमानित लागत 200 करोड़ थी, लेकिन मार्च 2017 तक 860 करोड़ खर्च हो गए और फिर भी निर्माण अधूरा रह गया। इस पूरे मामले की सीबीआई जांच चल रही है।
बबुआ बौखला गए हैं: सीएम योगी
विपक्ष पर तीखा प्रहार करते हुए मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने कहा, नैतिकता की बात करने वाले बबुआ लूट और भ्रष्टाचार उजागर होने से बौखला गए हैं। उन्होंने विपक्ष पर योजनाओं को लूट और माफियाराज का केंद्र बनाने का आरोप लगाया। सीएम ने कहा कि जब इन्हें काम करने का अवसर मिला, तब इन्होंने केवल भ्रष्टाचार किया। हमारी सरकार ने जहां ‘वन डिस्ट्रिक्ट वन प्रोडक्ट’ और ‘वन डिस्ट्रिक्ट वन क्रॉप’ जैसी योजनाएं दीं, वहीं पिछली सरकारों ने वन डिस्ट्रिक्ट वन माफिया’ की संस्कृति को बढ़ावा दिया।
जलवायु संकट से निपटने में सहायक है वृक्षारोपण
मुख्यमंत्री ने बढ़ते जलवायु संकट पर चिंता जताते हुए कहा कि मौसम का असंतुलन जैसे अतिवृष्टि, अनावृष्टि, आकाशीय बिजली मानव के अनियोजित हस्तक्षेप का परिणाम है। उन्होंने अमेरिका के टेक्सास में बाढ़ की हालिया घटना का जिक्र करते हुए कहा कि अब समय आ गया है जब वृक्षारोपण को केवल पर्यावरणीय नहीं बल्कि सामाजिक-आर्थिक अभियान के रूप में देखा जाए।
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किसानों के लिए आय का स्रोत: सीएम योगी
मुख्यमंत्री योगी ने बताया कि पौधरोपण सिर्फ पर्यावरण संरक्षण तक सीमित नहीं है, बल्कि यह किसानों की आय बढ़ाने का माध्यम भी बन रहा है। उन्होंने कार्बन क्रेडिट योजना का हवाला देते हुए कहा कि इस योजना के तहत पेड़ की देखरेख के आधार पर किसानों को डॉलर में भुगतान किया जा रहा है। अब तक 25,000 किसानों को 32 लाख रुपये से अधिक की राशि दी जा चुकी है और इस वर्ष 42 लाख रुपये वितरित किए जा रहे हैं।
चिलुआताल बनेगा पर्यटन स्थल
चिलुआताल के सौंदर्यीकरण की योजना की जानकारी देते हुए मुख्यमंत्री ने कहा कि इसे रामगढ़ताल की तर्ज पर पर्यटन स्थल के रूप में विकसित किया जाएगा। कार्यक्रम के दौरान मुख्यमंत्री ने प्रधानमंत्री और मुख्यमंत्री आवास योजना के लाभार्थियों को पौधे भेंट किए और उनसे इन पौधों के संरक्षण का आग्रह किया। इस अवसर पर मंत्रीगण, सांसद रविकिशन, प्रशासनिक अधिकारी और स्थानीय जनप्रतिनिधि भी उपस्थित रहे, जिन्होंने अभियान को जनभागीदारी से जोड़ने का संकल्प लिया।