उत्तर प्रदेश के बरेली (Bareilly) जनपद में कलाई में कलावा और माथे पर तिलक देखकर मुस्लिम भीड़ ने युवक पर हमला कर दिया। लखनऊ-दिल्ली नेशनल हाइवे पर बाइक और साइकिल की मामूली टक्कर होने के बाद मुस्लिम भीड़ ने एक हिंदू युवक को घेर लिया और जमकर मारपीट की। मामला सामने आने पर फतेहगंज पूर्वी थाना पुलिस ने मारपीट व धमकी देने के आरोप में 2 आरोपियों को गिरफ्तार कर लिया है।
जीशान और जाकिर की साइिकल से टकराई थी बाइक
मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक, बीते 27 अक्टूबर की शाम शाहजहांपुर अंतर्गत गुलचंपा निवासी कांता प्रसाद वर्मा बाइक सेजा रहे थे। इस दौरान उनकी बाइक की मामूली टक्कर जीशान और जाकिर नामक व्यक्तियों की साइकल से हो गई। इसके बाद कांता प्रसाद वर्मा उनसे माफी मांगने लगे। हालांकि, इस दौरान मुस्लिमों की भीड़ ने उन्हें घेर लिया।
हिंदू होने की वजह से जमकर पीटा
पीड़ित कांता प्रसाद वर्मा का आरोप है कि गले में भगवान का लॉकेट, माथे पर टीका और कलाई में कलावा देखकर मुस्लिम हमलावर हो गए। आरोप है कि भीड़ में उपस्थित लोगों ने कहा ‘हिंदू है, जमकर पीटो।’ कांता लगातार माफी मांगते रहे, लेकिन मुस्लिमों ने उनके हिंदू होने के कारण उन्हें जम कर पीटा।
@adgzonebareilly @dgpup @myogioffice @brajeshpathakup @SureshChavhanke @bareillypolice @ZeeNews @HMOIndia @RSSorg @BJP4India बरेली में हिंदुओं को अंतिम संस्कार का नहीं अधिकार तो कहीं माथे पर तिलक बन रहा है काल । बरेली बन रहा है मिनी पाकिस्तान । pic.twitter.com/TacBC1YLjw
— हिन्दू जागरण प्रचार विभाग (@HJMBLY) October 28, 2022
रिपोर्ट्स के मुताबिक, जिस वक्त मुस्लिम भीड़ कांत प्रसाद वर्मा को पीट रही थी, उस समय हाइवे पर गाड़ियों की लंबी लाइन लग गई थी। लेकिन मुस्लिमों की भीड़ इतनी उग्र थी कि किसी ने भी कांता प्रसाद को बचाने की कोशिश नहीं की। हालांकि, मामला अधिख बढ़ने पर पुलिसकर्मी प्रभापत कुमार बीच-बचाव के मकसद से एक मुस्लिम युवक को वहां लेकर पहुंचे।
पुलिसकर्मी से भी की हाथापाई
जब उन्होंने भीड़ को शांत कराने की कोशिश की तो मुस्लिमों ने उनसे भी हाथापाई करनी शुरू कर दी। चूँकि, भीड़ ने पुलिस के साथ भी हाथापाई की थी और वहाँ पर लोगों की भीड़ भी अधिक हो चुकी थी, इसलिए वे लोग कांता प्रसाद को वहीं छोड़कर भाग गए।
इस मामले में मुस्लिम भीड़ के हमले का का शिकार हुए कांता प्रसाद का कहना है कि पुलिस के कहने पर उन्हें शिकायती पत्र बदलना पड़ा है। उनका आरोप है कि पुलिस द्वारा कहा गया था कि वह शिकायत पत्र में सांप्रदायिक द्वेष और पुलिसकर्मी के साथ हुई मारपीट का जिक्र न करें।
मामले में जीशान, जाकिर व अन्य अज्ञात लोगों के खिलाफ धमकी देने व मारपीट करने के आरोप में एफआईआर दर्ज करते हुए दो आरोपितों को गिरफ्तार किया गया है। वहीं, शिकायती पत्र बदलवाने की बात पर सीओ गौरव सिंह का कहना है कि इस बारे में इंस्पेक्टर ही सटीक जवाब दे पाएँगे। गिरफ़्तारी की पुष्टि पुलिस ने भी की है।
( देश और दुनिया की खबरों के लिए हमें फेसबुक पर ज्वॉइन करें, आप हमें ट्विटर पर भी फॉलो कर सकते हैं. )