भाजपा सांसद विजयपाल सिंह तोमर (BJP MP Vijay pal singh tomar ) ने राज्यसभा में शून्यकाल के दौरान खाद्य उत्पादों में मिलावट का मुद्दा जोरशोर से उठाया गया। उन्होंने कहा कि खाद्य पदार्थों में मिलावट इस कदर व्यापक हो गई है कि शुद्ध खाद्य पदार्थ मिला मुश्किल हो गया है। उन्होंने कहा कि 25 प्रतिशत से लगाकर 80 प्रतिशत तक की यह मिलावट खाद्य पदार्थों और पेय में मिल रही है और इसने बहुत ही भयंकर रूप ले लिया है।
खरबूजे को इंजेक्शन लगाने का दिया उदाहरण
इस दौरान भाजपा सांसद विजय पाल सिंह तोमर ने कहा कि पहले यह समस्या शहरी क्षेत्र में ही थी लेकिन अब यह ग्रामीण क्षेत्रों तक भी पहुंच गयी है और एक छूत की बीमारी की तरह फैल गई है। उन्होंने इस बीच एक घटना का जिक्र करते हुए कहा कि उन्होंने देखा कि एक खरबूजे के खेत में कुछ बच्चे और महिलाएं जगह-जगह बैठी थी। उन्होंने कहा कि मैंने उन्हें बुलाकर पूछा कि यहां क्या कर रही हैं तो उन लोगों ने कहा कि इंजेक्शन लगा रहे हैं खरबूजे को मीठा करने के लिए।
उन्होंने कहा कि आज सब्जियों, फलों और खाद्य पदार्थों में जो मिलावटखोरी हुई है, इससे बीमारी फैल रही है। उन्होंने दूध का जिक्र भी करते हुए कहा कि सिंथेटिक दूध आज आम बात हो गई। राज्यसभा सांसद विजय पाल सिंह तोमर (BJP MP Vijay pal singh tomar ) ने अन्य सामानों में भी मिलावट का जिक्र करते हुए कहा कि इसकी वजह से बीमारी फैल रही है।
भाजपा सांसद ने कहा कि मिलावट करने वालों को वो सजा नहीं मिल पाती है, जो उन्हें मिलनी चाहिए थी। उन्होंने मिलावट से होने वाली विभिन्न बीमारियों का जिक्र करते हुए कहा कि इस पर नियंत्रण करने के लिए 1954 में कानून बनाया गया था। लेकिन यह बहुत सख्त नहीं है। उन्होंने सख्त कानून बनाए जाने की मांग की ताकि लोगों में डर पैदा हो सके।
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