BJP-RSS को चुनौती देगा कांग्रेस का सेवा दल, निकालेगा ‘तिरंगा मार्च’

 

2019 के लोकसभा चुनाव और इस साल के अंत में होने वाले 3 राज्यों में विधानसभा चुनाव को देखते हुए कांग्रेस ने बीजेपी से टक्कर लेने के लिए अपनी रणनीति में बदलाव किया है। कांग्रेस के सेवा दल ने ‘बीजेपी के राष्ट्रवाद और राष्ट्रवादी विमर्श’ को चुनौती देने के लिए अगले महीने सभी राज्यों में ‘तिरंगा मार्च’ निकालने का फैसला किया है।

 

 

सेवा दल ‘भारत छोड़ो आंदोलन’ के 76 वर्ष पूरा होने के मौके पर 9 अगस्त को सभी 29 प्रदेशों की राजधानियों या प्रमुख शहरों में ‘तिरंगा मार्च’ निकालेगा. प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के संसदीय क्षेत्र वाराणसी में भी ‘तिरंगा मार्च’ आयोजन की तैयारी है। यहां मार्च का नेतृत्व खुद सेवा दल के मुख्य संगठक लालजीभाई देसाई करेंगे।

 

देसाई ने कहा, ‘76 साल पहले अंग्रेजों की बांटो और राज करो की नीति के खिलाफ आवाज उठाई गई थी। आज फिर से देश को बांटकर राज करने की कोशिश हो रही है और इसके लिए खोखले राष्ट्रवाद के विमर्श का सहारा लिया जा रहा है। ऐसे में हमने ‘तिरंगा मार्च’ निकालने का फैसला किया है ताकि इनकी (बीजेपी) सच्चाई को बेनकाब किया जा सके।’

 

सभी प्रदेशों की राजधानियों या प्रमुख शहरों में ‘तिरंगा मार्च’ निकाले जाने के साथ शहर में किसी एक स्थान पर सभा का भी आयोजन किया जाएगा जहां सेवा दल के पदाधिकारी लोगों को आजादी की लड़ाई, गांधी-नेहरू की विचारधारा और मौजूदा समय में देश के सामने खड़ी चुनौतियों के बारे में बताएंगे।

 

‘राष्ट्रवाद और कुछ अन्य विषयों पर आरएसएस के विमर्श’ की काट के तौर पर सेवा दल ने हाल ही में ‘ध्वज वंदन’ कार्यक्रम शुरू किया है। देसाई के मुताबिक, महीने के आखिरी रविवार को देश के 300 जिलों/शहरों में ‘ध्वज वंदन’ कार्यक्रम हो रहा है और आने वाले कुछ महीनों में इसका 1000 शहरों/जिलों में विस्तार किया जाएगा।