चॉपर घोटाला: क्रिश्चियन मिशेल ने खोला राज, बोला- सोनिया गांधी और तांत्रिक चंद्रस्वामी को जानता हूं, BJP नेता भी शामिल

3600 करोड़ के अगस्ता वेस्टलैंड वीवीआईपी चॉपर घोटाला मामले में गिरफ्तार कर भारत लाए वांछित बिचौलिए क्रिश्चियन मिशेल ने एक सनसनीखेज खुलासा किया है जिसके बाद देश की राजनीती पर फिर से दाग लग सकता है. क्रिश्चियन मिशेल ने खुलासा किया है कि वह संयुक्त प्रगतिशील गठबंधन (यूपीए) अध्यक्ष सोनिया गांधी और तांत्रिक चंद्रस्वामी को जानता है. साथ ही उसने भारतीय जनता पार्टी (बीजेपी) के एक नेता का भी नाम लिया है. उसने बताया कि बीजेपी नेता ने ही कंपनी (अगस्ता वेस्टलैंड) का नाम ब्लैकलिस्ट की सूची से हटाने के लिए सिफारिश की थी.

 

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फिलहाल मिशेल को नई दिल्ली स्थित तिहाड़ जेल में रखा गया है, जहां लगातार उसे पूछताछ जारी है. नेताओं को घूस के मामले में पूछे जाने पर उसने गोल-मोल जवाब दिए. सूत्रों के हवाले से टीवी रिपोर्ट्स में यह भी कहा गया कि उसे जेल में उसे लजीज खाना लाकर दिया गया. कनॉट प्लेस से उसके लिए मिठाई लाई गई, जबकि चांदनी चौक से बिरयानी मंगाई गई थी.

 

क्या है अगस्ता वेस्टलैंड वीवीआईपी घोटाला

 

वीवीआईआई हेलिकॉप्टर अगस्ता वेस्टलैंड सौदे में इटली की एक अदालत का फैसला आने के बाद देश की राजनीति में भूचाल आ गया है. कहा जा रहा है कि 53 करोड़ डॉलर का ठेका पाने के लिए कंपनी ने भारतीय अधिकारियों को 100-125 करोड़ रुपए तक की रिश्वत दी थी. इटालवी कोर्ट के फैसले में पूर्व आईएएफ चीफ एस पी त्यागी का भी नाम सामने आया है. भारतीय वायुसेना के लिए 12 वीवीआईपी हेलि?कॉप्टरों की खरीद के लिए एंग्लो-इतालवी कंपनी अगस्ता-वेस्टलैंड के साथ साल 2010 में किए गए 3 हजार 600 करोड़ रुपये के करार को जनवरी 2014 में भारत सरकार ने रद्द कर दिया. इस करार में 360 करोड़ रुपये के कमीशन के भुगतान का आरोप लगा. कमीशन के भुगतान की खबरें आने के बाद भारतीय वायुसेना को दिए जाने वाले 12 एडब्ल्यू-101 वीवीआईपी हेलीकॉप्टरों की सप्लाई के करार पर सरकार ने फरवरी 2013 में रोक लगा दी थी.

 

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जिस वक्त करार पर रोक लगाने का आदेश जारी किया गया उस वक्त भारत 30 फीसदी भुगतान कर चुका था और तीन अन्य हेलीकॉप्टरों के लिए आगे के भुगतान की प्रक्रिया चल रही थी. वीवीआईपी हेलीकॉप्टर बिक्री में गलत ‘अकाउंटिंग’ और भ्रष्टाचार करने को लेकर फिनमैक्केनिका के पूर्व प्रमुख को साढ़े चार साल कैद की सजा सुनाई गई है. इतालवी रक्षा एवं एयरोस्पेस कंपनी ने 3,600 करोड़ रुपये में 12 चॉपर की डील की थी, जिसमें भ्रष्टाचार को लेकर मिलान की अपीलीय अदालत ने 2014 के पिछले अदालती आदेश को पलट दिया.

 

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फिनमैक्केनिका हेलीकॉप्टर की अनुषंगी कंपनी अगस्ता वेस्टलैंड के पूर्व सीईओ बुर्नो स्पागनोलीनी को अदालत ने चार साल की कैद की सजा सुनाई थी. अदालत ने भारत सरकार को 12 हेलीकॉप्टरों की बिक्री में भी दोनों को दोषी पाया. ओर्सी और स्पागनोलीनी दोनों पर अंतरराष्ट्रीय भ्रष्टाचार और भारत के साथ अनुबंध में करीब 4,250 करोड़ रुपये के रिश्वत के लेने-देन के सिलसिले में फर्जी बिल बनाने का आरोप है. हेलीकॉप्टर घोटाले में शक के दायरे में आएएस त्यागी का पूरा नाम शशींद्र पाल त्यागी है.

 

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